टीटीडी बोर्ड अब 50 अचल संपत्तियों की नहीं करेगा नीलामी, बोर्ड ने कहा- विवाद को किया गया खत्म
टीटीडी बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग और कुछ निहित स्वार्थी लोगों की तरफ से 50 अचल संपत्तियों की नीलामी के संबंध में पैदा किए गए विवाद को खत्म कर दिया गया है।
तिरुपति, प्रेट्र। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ने अपनी 50 अचल संपत्तियों की नीलामी का फैसला वापस ले लिया है। उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में स्थित इन संपत्तियों को अलाभकारी बताते हुए इनकी नीलामी का फैसला किया गया था। वेंकटेश्र्वर मंदिर का संचालन करने वाले इस बोर्ड की तिरुमला में वीडियो कांफ्रेंसिंग से पांच घंटे चली बैठक में यह निर्णय लिया गया।
टीटीडी बोर्ड के चेयरमैन वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा, 'मीडिया के एक वर्ग और कुछ निहित स्वार्थी लोगों की तरफ से 50 अचल संपत्तियों की नीलामी के संबंध में पैदा किए गए विवाद को खत्म कर दिया गया है।' इस बीच आंध्र प्रदेश सरकार ने इन संपत्तियों की नीलामी पर रोक संबंधी एक आदेश जारी कर दिया है। इसे देखते हुए टीटीडी बोर्ड ने अपना फैसला वापस ले लिया है। हालांकि, इन संपत्तियों की नीलामी का फैसला बोर्ड की पिछली बैठक में लिया गया था।'
रेड्डी ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी की सलाह पर बोर्ड ने तिरुपति में करोड़ों की लागत से बच्चों के लिए मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल खोलने का फैसला किया है।
बालाजी मंदिर में सीमित श्रद्धालुओं को मिलेगी दर्शन की इजाजत
वहीं, कुछ दिन पहले भगवान बालाजी मंदिर के प्रशासनिक निकाय तिरुमला तिरुपति देवस्थानम ने लॉकडाउन के दौरान भगवान बालाजी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को अनुमति देने की तैयारी की है। टीटीडी अधिकारियों ने कहा कि दर्शन के लिए सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को अनुमति दी जाएगी। अधिकारी ने कहा कि हम सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए अनुमति देंगे। आंध्र प्रदेश राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारी तिरुपति से तिरुमला तक बसें चलाने की व्यवस्था कर रहे हैं।
निगम के अधिकारी ने बताया कि बसों में निशान बनाए गए हैं। बस परिसर और टिकट काउंटर पर शारीरिक दूरी के लिए व्यवस्था की गई है। जैसे ही लॉकडाउन प्रतिबंध में ढील दी जाएगी और मंदिर खुलेगा, पथ परिवहन निगम बसों का संचालन शुरू कर देगा। 49 सीटों वाली बसों में 30 यात्री ही सवार होंगे। 47 सीटों वाली बसों में 28 यात्री सवार होंगे। 45 सीटों वाली बसों में 25 यात्रियों को अनुमति दी जाएगी। हालांकि इसके लिए हर यात्री को मास्क पहनना जरूरी होगा।।