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ट्रंप-मोदी मुलाकात में साझी दोस्ती को वैश्विक विस्तार देने की बनी सहमति

पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की द्विपक्षीय बैठक में दोनो ने ऐलान किया कि उनके रिश्ते सिर्फ द्विपक्षीय हितों तक सीमित नहीं रहेंगे।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 14 Nov 2017 03:09 AM (IST)Updated: Tue, 14 Nov 2017 03:13 AM (IST)
ट्रंप-मोदी मुलाकात में साझी दोस्ती को वैश्विक विस्तार देने की बनी सहमति

जागरण ब्यूरो [ जयप्रकाश रंजन ], नई दिल्ली। जून, 2017 में पीएम नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद से भारत और अमेरिका के आपसी रिश्तो में जो बदलाव दिख रहे हैं उसे एक बार फिर फिलीपींस की राजधानी मनीला में सोमवार को महसूस किया गया।

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-मनीला में हुई दोनो नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक, दोनो देशों के आला अधिकारी भी थे मौजूद

-भारत-जापान-अमेरिका-आस्ट्रेलिया के गठबंधन के बाद इस बैठक पर दुनिया भर की नजर

पीएम मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई में दोनो देशों के आला अधिकारियों के साथ द्विपक्षीय बैठक हुई। बैठक में आपसी हितों, सुरक्षा और रक्षा सौदों पर तो बात हुई ही लेकिन सबसे अहम यह रहा कि दोनो पक्षों ने खुलेआम यह ऐलान किया कि उनके रिश्ते सिर्फ द्विपक्षीय हितों तक सीमित नहीं रहेंगे बल्कि इसका आयाम पूरे एशिया और संभवत: एशिया के बाहर तक फैला होगा। बैठक के दौरान मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के रिश्ते बहुत तेजी से मजबूत हो रहे हैं। मैं महसूस करता हूं कि यह रिश्ता सिर्फ आपसी हितों के लिए ही नहीं है। हम एक साथ एशिया के भविष्य और समूची वैश्विक मानवता की भलाई के लिए काम कर रहे हैं।

मोदी और ट्रंप की यह मुलाकात चीन के पड़ोसी मुल्क फिलीपींस में हुई है जहां एशिया के लिहाज से संभवत: सबसे बैठक (आसियान और ईस्ट एशिया समिट) मंगलवार को होने वाली है। यही नहीं एक दिन पहले ही भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालयों के शीर्ष अधिकारियों की अगुवाई में एक अलग बैठक हुई है। इन चारों देशों के इस नए गठबंधन को हाल के समय में वैश्विक कूटनीति की सबसे अहम घटना के तौर पर देखा जा रहा है।

इन चारों देशों की बैठक में पहली बार हिंद प्रशांत महासागरीय क्षेत्र में सभी देशों को समान अवसर देने की बात कही गई है। माना जाता है कि इस पूरे समुद्री क्षेत्र में जिस तरह से चीन अपना दबदबा बनाने की रणनीति में जुटा हुआ है उसे चुनौती देने के लिए भी उक्त चार देशों के बीच यह नया गठबंधन उभरा है। इसके बारे में अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन की पिछले महीने हुई भारत यात्रा के दौरान बातचीत हुई थी। अमेरिका लगातार यह प्रस्ताव कर रहा है कि भारत को वैश्विक मामलों में ज्यादा सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। ट्रंप और मोदी के बीच सोमवार को हुई बैठक में भी समुद्री सुरक्षा से जुड़े मुद्दों के छाये रहने की संभावना जताई जा रही है।

मोदी ने ट्रंप को इस बात के लिए धन्यवाद दिया है कि उन्होंने हाल के दिनों में भारत की काफी तारीफ की है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दुनिया के अन्य देश व अमेरिका भारत से जो उम्मीद करते हैं उस पर वह पूरा होने की पूरी कोशिश करेगा। ट्रंप ने मोदी को अपना मित्र बताया और जून, 2017 में हुई पहली मुलाकात के बाद दोनों देशों के बीच रिश्तों में हुई प्रगति के लिए धन्यवाद दिया। यह मोदी और ट्रंप के बीच दूसरी आधिकारिक मुलाकात थी। बैठक में भारत की तरफ से पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव एस जयशंकर समेत विदेश मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। बैठक में आपसी व्यापार से जुड़े मुद्दों पर भी बातचीत हुई है।

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