देश में अब शुरू हुई ट्रकों की हड़ताल, बढ़ सकती है महंगाई
ट्रांसपोर्ट मालिकों ने यह हड़ताल बढ़ती तेल की कीमतों के अलावा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की प्रीमियम में बढ़ोतरी के खिलाफ बुलाई है।
नई दिल्ली(प्रेट्र)। देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें भले ही थोड़ी कम हुई हो लेकिन इसका विरोध अब भी कम नहीं हुआ है। आम आदमी के बाद अब देश के ट्रांसपोर्ट मालिकों ने इसके खिलाफ आज से हड़ताल का ऐलान किया है। इस हड़ताल में देश के 90 लाख ट्रकों के पहिए थम जाएंगे। ट्रांसपोर्ट मालिकों ने यह हड़ताल बढ़ती तेल की कीमतों के अलावा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की प्रीमियम में बढ़ोतरी के खिलाफ बुलाई है।
ऑल इंडिया कॉन्फेडरेशन ऑफ गुड्स व्हीकल ओनर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट चन्ना रेड्डी ने बताया, “पेट्रोल एवं डीजल की बढ़ती कीमतों और थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम पर हुए इजाफे के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल आज सुबह से शुरू हो गई है। इसमें करीब 90 लाख ट्रकों के शामिल होने का अनुमान है जिनमें से 60 लाख ट्रक देश भर में कहीं पर भी नहीं चलेंगे।”
रेड्डी ने कहा कि सरकार तर्क दे रही है कि पेट्रोल एवं डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों में तेजी के चलते बढ़ रहे हैं। हालांकि हमारा मानना है कि ईंधन की कीमतों में इस तेजी के पीछे की वजह अंतरराष्ट्रीय कीमतों का बढ़ना नहीं बल्कि उस पर सरकार की ओर से लगाए गए भारी कर हैं।
आम आदमी को क्या नुकसान?
अगर यह हड़ताल जारी रही तो आम आदमी की रोजमर्रा की जरूरतों से जुड़े सामान मसलन सब्जियां एवं अन्य खाने पीने के सामानों की आपूर्ति ठप पड़ जाएगी। इसका मतलब यह हुआ कि बाजार में जो सब्जियां पहले से मौजूद होंगी या उनकी आवक मंडियो तक हो गई होगी उनके दाम आसमान छूने लगेंगे।