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त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने कहा- बाहर से लौटे लोग राज्य की पूंजी हैं, बोझ नहीं

सरकार ने दूसरे राज्य से लौटे लोगों का डाटा बैंक बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। उनके कौशल का उपयोग करते हुए उन्हें राज्य के भीतर ही अवसर प्रदान किया जाएगा।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 10:57 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 10:57 PM (IST)
त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने कहा- बाहर से लौटे लोग राज्य की पूंजी हैं, बोझ नहीं
त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने कहा- बाहर से लौटे लोग राज्य की पूंजी हैं, बोझ नहीं

अगरतला, जेएनएन। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा है कि बाहर से लौटे लोग राज्य की पूंजी हैं, बोझ नहीं। सरकार ने दूसरे राज्य से लौटे लोगों का डाटा बैंक बनाने का कार्य शुरू कर दिया है। उनके कौशल का उपयोग करते हुए उन्हें राज्य के भीतर ही अवसर प्रदान किया जाएगा। देब ने कहा कि ये जरूर हो सकता है कि त्रिपुरा में लोगों को उतनी सैलरी नहीं मिल सके जितनी की उन्हें देश के महानगरों में मिलती थी।

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मगर दूसरे राज्यों से लौटे लोगों को अपने प्रदेश में अवसर मुहैय्या कराने के लिए उनकी सरकार हर संभव कोशिश करेगी। राज्य के सिपाहीजला जिले में क्वारंटाइन सेंटरों का दौरा करने गए मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा कि दूसरे राज्य से लौटे लोगों को उनके स्किल के हिसाब से राज्य में ही नौकरी के अवसर प्रदान किए जाएंगे। और जिन लोगों में कोई स्किल नहीं है। उन्हें स्किल डेवलपमेंट के माध्यम से प्रशिक्षण देकर उनका कौशल विकास किया जाएगा।

पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन केंद्रो का देब ने किया दौरा

मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने सिपहीजला जिले के पंचायत स्तरीय क्वारंटाइन केंद्रों का दौरा किया। पंचायत स्तर पर बने क्वारंटाइन केंद्रों में कार्य कर रहे कर्मियों और आशा कर्मियों से उन्होंने सीधा संवाद किया। इसके अलावा देब ने क्वारंटाइन केंद्र में रह रहे लोगों से उनके स्वास्थ्य की जानकारी के साथ व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस उनसे मिलने पहूंचे पंचायत अध्यक्ष और सचिवों से उन्हों केंद्र और राज्य सरकार के योजनाओं की जमीनी हालात का फीडबैक लिया।

दरअसल राज्य सरकार ने कोरोना के खिलाफ अभियान में ग्राम पंचायत स्तर पर क्वारंटाइन केंद्र स्थापित किया है। इनके देखरेख और ग्रामीण इलाकों में होम क्वरांटाइन प्रदत लोगों की निगरानी का जिम्मा ग्राम प्रधान, सचिव, पंचायत अध्यक्ष और सचिवों को दिया गया है। शुक्रवार को स्वयं औचक पहूंच कर मुख्यमंत्री ने पंचायत स्तर और ग्राम स्तर की यूनिट में कार्य कर रहे लोगों के काम का जायजा लिया है। इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए आम जनता से मुलाकात कर उनकी समस्याओं का समाधान किया।

मानिक के घर देब ने बनाई जगह

मानिक सरकार को चुनावी पटकनी देकर त्रिपुरा की सत्ता पर काबिज होने वाले मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने पहले उनके दिल में जगह बनाई लेकिन अब उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री के घर में भी जगह बना ली है। पंचायत स्तरीय क्वरांटाइन केंद्रों में नियम कानून के पालन, वहां की व्यवस्था और देहात के क्षेत्रों में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और होम क्वारंटाइन के पालन की स्थिति का जायजा लेने सिपाहीजला गए देब ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ सीपीएम नेता मानिक सरकार के गृह विधानसभा धनपूर में एक पंचायत क्वारंटाइन केंद्र का जायजा करने भी गए।

मुख्यमंत्री के पहुंचने की खबर सुनकर लोगों में भारी उत्साह दिखा। कई लोगों ने कहा कि कोरोना के इस संकट काल में उनके चुने हुए नेता मानिक सरकार एकबार भी क्षेत्र के लोगों का हालचाल जानने नहीं पहुंचे। मगर धनपूर से विपक्ष का नेता होने के बावजूद भी मुख्यमंत्री बिप्लब देब क्षेत्रवासियों का कुशलक्षेम पूछने पहुंच गए।

इससे पहले अपने शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री को आमन्त्रित करने गए देब ने उनका पैर छूकर आशीर्वाद लिया था। उनके इस कदम की भी काफी सराहना हुई थी। दरअसल मुख्यमंत्री देब ने राज्य के सभी 60 विधानसभाओं की सभी ब्लाकों के एक पंचायत क्वारंटाइन केंद्र का औचक निरिक्षण करने का निर्णय लिया है। स्थानीय प्रशासन को इस बात की भनक नहीं दी जाती है कि वे ब्लाॅक में किस पंचायत का दौरा करेंगे। इस प्रयास के तहत उन्होंने शुक्रवार को सिपहीजला जिले के सभी ब्लाकों में एक-एक पंचायतों में उनके एक क्वारंटाइन केंद्रों का दौरा किया।


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