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मुंबई हमले की बरसी पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस सहित कई नेताओं ने दक्षिण मुंबई के मुंबई पुलिस जिमखाना में 26/11 पुलिस स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

By Manish NegiEdited By: Published: Sat, 26 Nov 2016 04:05 PM (IST)Updated: Sat, 26 Nov 2016 04:21 PM (IST)
मुंबई हमले की बरसी पर शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

मुंबई, (जेएनएन)। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में आज ही के दिन आठ साल पहले उन आतंकवादियों से लड़ते हुये अपने प्राण न्यौछावर करने वालों को पुष्पांजलि अर्पित की गई।

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस सहित कई नेताओं ने दक्षिण मुंबई के मुंबई पुलिस जिमखाना में 26/11 पुलिस स्मारक स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की। फडणवीस ने कहा, ‘‘मुंबई की सुरक्षा के लिए लड़ने वाले और 26 नवंबर को हमारे लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले पुलिसकर्मियों को मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हमें उन पर गर्व है और हम अपने राज्य की सुरक्षा के लिए कठिन प्रयास करेंगे।’’

उन्होंने बताया, ‘‘हम पुलिस बल को बेहतर उपकरणों से लैस करेंगे। यह हमारी प्राथमिकता है।’’ समारोह में राज्यपाल सी विद्यासागर राव, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे, मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त जुलिओ रिबेरो, एम एन सिंह और कई वरिष्ठ और पूर्व पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।

महाराष्ट्र पुलिस के प्रमुख सतीश माथुर और मुंबई के पुलिस आयुक्त दत्ता पडसालगीकर अधिकारिक ड्यूटी पर बाहर थे और समारोह में उपस्थित नहीं हो सके। नवंबर 2008 में हुए आतंकी हमले के दौरान प्राण गंवाने वाले पुलिसकर्मियों के परिवार वाले भी समारोह के दौरान उपस्थित थे।

समुद्री रास्ते से 26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकवादी यहां पहुंचे और लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी जिसमें 18 सुरक्षा कर्मियों सहित 166 लोग मारे गये और कई अन्य घायल हो गये थे। आतंकियों ने करोड़ों रूपये की संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया था। उस समय के एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे, सेना के मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, मुंबई के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक कामटे और वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर विजय सालस्कर सहित कई अन्य लोग हमले में शहीद हुए थे।

यह हमला 26 नवंबर को शुरू हुआ था और 29 नवंबर तक जारी रहा था। छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, ओबरॉय ट्राइडंट, ताजमहल पैलेस एंड टॉवर, लेपोल्ड कैफे, कामा अस्पताल, नरीमन हॉउस यहूदी सामुदायिक केन्द्र आदि वह स्थान थे जिन्हें आतंकवादियों ने निशाना बनाया था। अजमल कसाब एकमात्र आतंकवादी था जिसे जिंदा पकड़ा गया। चार साल के बाद उसे 21 नवंबर 2012 को फांसी दे दी गयी थी।

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