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कांप रहे पहाड़, ठिठुर रहे मैदान; पहाड़ से लेकर मैदान तक सर्दी का प्रकोप बढ़ा

पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश से ठंड के साथ शीतलहर ने भी आमजनों की कठिनाई बढ़ा दी है। मैदानी इलाकों में भी बर्फबारी का असर दिखने लगा है।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 15 Dec 2017 05:12 AM (IST)Updated: Fri, 15 Dec 2017 05:14 AM (IST)
कांप रहे पहाड़, ठिठुर रहे मैदान; पहाड़ से लेकर मैदान तक सर्दी का प्रकोप बढ़ा
कांप रहे पहाड़, ठिठुर रहे मैदान; पहाड़ से लेकर मैदान तक सर्दी का प्रकोप बढ़ा

जेएनएन, नई दिल्ली। पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश से ठंड के साथ शीतलहर ने भी आमजनों की कठिनाई बढ़ा दी है। मैदानी इलाकों में भी बर्फबारी का असर दिखने लगा है। दिल्ली-एनसीआर भी कड़ाके की सर्दी का दौर शुरू हो गया है। दिल्ली में आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। राजस्थान के माउंट आबू में झील ही जम गई है।

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 -हिमाचल में शीतलहर जारी, उत्तराखंड के मैदानी इलाकों में जबर्दस्त कोहरा

-कश्मीर के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी जारी, कठुआ में बर्फीले तूफान में लापता तीन व्यक्ति बचाए गए

-अलवर में ठंड से एक की मौत, माउंट आबू में नक्की झील जमी

उत्तराखंड में मंगलवार को हुई बर्फबारी और बारिश के बाद पहाड़ से लेकर मैदान तक सर्दी का प्रकोप बढ़ गया है। गुरुवार सुबह मैदानों में जबरदस्त कोहरा पसरा रहा। सर्द हवा से ठिठुरन बढ़ गई है। अगले तीन दिन के लिए कोहरे को लेकर चेतावनी जारी की गई है। हरिद्वार और उधमसिंह नगर में कोहरा तो पर्वतीय क्षेत्रों में पाला पडऩे की संभावना है। 

हिमाचल में दिक्कतें बरकरार

हिमाचल में तीन दिन तक लगातार बारिश व बर्फबारी के बाद गुरुवार को मौसम साफ हो गया। कड़ाके की ठंड के बाद आने वाले दिनों में लोगों को राहत मिलेगी। बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद जनजातीय क्षेत्र में पटरी से उतरा जनजीवन अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है। इन इलाकों में सड़कें बंद पड़ी हुई हैं, जिससे दैनिक उपयोग की वस्तुओं की आपूर्ति भी नहीं हो पा रही है। चंबा जिले में अभी भी 26 सड़कों पर यातायात बहाल नहीं हो पाया है। वहीं 30 गांवों में तीन दिन से बिजली आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। गुरुवार को केलंग का न्यूनतम तापमान -6.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

एक तरफा खुला श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग

वादी को देश व दुनिया के शेष हिस्सों से जोडऩे वाला श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग दो दिन लगातार बंद रहने के बाद गुरुवार को एक तरफा यातायात के लिए खोल दिया गया। राजमार्ग को मंगलवार जवाहर सुरंग के निकट भारी बर्फबारी और कई जगहों पर भूस्खलन के चलते बंद कर दिया था। हाईवे पर दिनभर वाहन जम्मू से श्रीनगर की तरफ आते रहे। भूस्खलन वाले क्षेत्रों में कर्मियों की तैनाती की गई है। जम्मू को पुंछ से और पुंछ से कश्मीर को जोडऩे वाला मुगल रोड बर्फबारी के चलते पहले ही बंद है। वहीं कठुआ के चïट्टर गाला पास से मंगलवार को बर्फीले तूफान में लापता तीन व्यक्ति बचा लिए गए हैं। 

 जमने लगा नलों का पानी

गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी का सिलसिला रुक रुक कर जारी रहा। तापमान के शून्य से नीचे बने रहने के चलते भीषण ठंड का प्रकोप फिर से बढ़ गया है।  प्रसिद्ध डल झील समेत सभी जलस्रोत व नल आंशिक तौर पर जम गए हैं। श्रीनगर में रात का न्यूनतम तापमान -1.2, दिन का अधिकतम तापमान 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गुलगर्म में रात का न्यूनतम तापमान -9.8 व पहलागम में रात का न्यूनतम तापमान -6.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। 

 कांपेगी दिल्ली, ठिठुरेंगे लोग

मौसम का पूर्वानुमान बताने वाली वेदर वेबसाइट स्काई मेट के अनुसार कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में हुई बर्फबारी के कारण उत्तरी हवा का प्रभाव दिल्ली के मौसम को प्रभावित करेगा। इससे अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो सकता है। अभी अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में भी गिरावट होगी और ठंड का प्रभाव बढ़ेगा। हल्की बारिश सर्दी में इजाफा कर सकती है।

 राजस्थान में सर्दी का सितम जारी

राजस्थान में पिछले दिनों हुई बारिश के बाद बढ़ी सर्दी का सितम जारी है। अलवर में सर्दी से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। राज्य के एकमात्र पर्वतीय स्थल माउंट आबू में पिछले दो दिन से पड़ रही तेज ठंड के कारण नक्की झील जम गई है। यहां तेज ठंड के चलते पर्यटक लौटने लगे हैं। 

विपरीत मौसम में केदारनाथ से लौटे 70 श्रमिक

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ में कड़ाके की सर्दी के बीच पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे लोक निर्माण विभाग के सभी 70 श्रमिक लौट गए हैं। इन श्रमिकों का कहना है कि ऐसे में मौसम में काम करने में परेशानी हो रही है। रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि मौसम अनुकूल होते ही श्रमिक केदारनाथ लौट जाएंगे।

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