राम मंदिर के लिए ट्रस्ट के मुद्दे पर आरएसएस और विहिप के शीर्ष नेताओं ने किया विचार-विमर्श
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और उसके अनुषांगिक संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के शीर्ष नेताओं ने सोमवार को एक बैठक की।
नागपुर, प्रेट्र। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और उसके अनुषांगिक संगठन विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के शीर्ष नेताओं ने सोमवार को एक बैठक की। माना जा रहा है कि इसमें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की निगरानी के लिए केंद्र द्वारा गठित किए जाने वाले ट्रस्ट के सदस्यों के नाम तय कर लिए गए।
ट्रस्ट के सदस्यों को अंतिम रूप दिया गया
सूत्रों ने बताया कि संघ मुख्यालय में सोमवार शाम हुई इस बैठक में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उपप्रमुख भैयाजी जोशी के अलावा विहिप के केंद्रीय पदाधिकारी मौजूद थे। इनमें विहिप अध्यक्ष विष्णु कोकजे, कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार और महासचिव मिलिंद परांडे शामिल हैं। बैठक का एजेंडा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के परिप्रेक्ष्य में अयोध्या मंदिर ट्रस्ट के गठन पर विचार मंथन का था और इसमें ट्रस्ट के सदस्यों के नामों को अंतिम रूप दे दिया गया। अब उन्हें सरकार को बता दिया जाएगा। बताते हैं कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी ट्रस्ट के गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
संघ और विहिप की कार्ययोजना पर विचार-विमर्श
बैठक में सुप्रीम के कोर्ट फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल होने की स्थिति में संघ और विहिप की कार्ययोजना पर भी विचार-विमर्श किया गया। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और जमीयत उलमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को चुनौती देने की घोषणा की है।
मालूम हो कि नौ नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में कहा था कि 2.77 एकड़ की पूरी विवादित जमीन रामलला विराजमान को सौंप दी जाए। साथ ही केंद्र सरकार तीन महीने के भीतर मंदिर निर्माण के लिए एक ट्रस्ट का गठन करे। इसके अलावा अयोध्या में प्रमुख स्थान पर एक मस्जिद का निर्माण भी किया जाना चाहिए।