शीर्ष भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान भी अब दूसरे देशों में खोलेंगे अपने कैंपस, पड़ोसी देशों को मिलेगी प्राथमिकता
मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के अनुसार भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के दूसरे देशों में कैंपस खोलने की पहल को विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर आगे बढ़ाया जा रहा है। हालांकि इनमें प्राथमिकता में पड़ोसी देशों को रखा गया है जहां सबसे पहले कैंपस खोलने की योजना है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। आस्ट्रेलिया सहित दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालय के भारत में कैंपस खोलने की तैयारियों के बीच शीर्ष भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों ने देश से बाहर निकल अपने कैंपस खोलने में रुचि दिखाई है।
नेपाल, श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों को मिलेगी प्राथमिकता
अभी उनकी प्राथमिकता में पड़ोसी देशों के साथ दुनिया के ऐसे देश हैं, जहां मौजूदा समय में बड़ी संख्या में भारतीय रहते हैं और वे वहां इन संस्थानों के खोलने की लगातार मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही इस दौड़ में अफ्रीका और खाड़ी के देश भी प्रमुखता से शामिल हैं। इनमें से कई देशों के साथ शीर्ष स्तर पर चर्चा भी चल रही है। हालांकि, इससे पहले सरकार इन संस्थानों के लिए कुछ नियम-कायदे तय करने में जुटी है।
शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी इसे लेकर जल्द जारी कर सकते हैं अधिनियम
शिक्षा मंत्रालय और यूजीसी इस दिशा में पिछले कुछ समय से तेजी से काम कर रहे हैं। माना जा रहा है कि इस महीने के अंत तक इसका मसौदा जारी हो जाएगा। इस बीच, दुनिया के दूसरे देशों में जिन भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों की सबसे ज्यादा मांग है, उनमें आइआइटी, एनआइटी और आइआइएम जैसे संस्थान शामिल हैं। वैसे भी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) में शिक्षा के अंतरराष्ट्रीयकरण की सिफारिश की गई है। जिसमें भारतीय संस्थानों को दूसरे देशों में कैंपस खोलने के लिए प्रोत्साहित करने की बात कही गई है। मंत्रालय के अनुसार, देश में उच्च शिक्षण संस्थानों की एक लंबी सूची है।
मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के अनुसार
देश में एक हजार से ज्यादा विश्वविद्यालय हैं। इसके साथ ही बड़ी संख्या में आइआइटी, एनआइटी, ट्रिपल आइटी, आइआइएससी जैसे संस्थान भी हैं। मंत्रालय से जुड़े अधिकारियों के अनुसार, भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के दूसरे देशों में कैंपस खोलने की पहल को विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर आगे बढ़ाया जा रहा है। हालांकि, इनमें प्राथमिकता में पड़ोसी देशों को रखा गया है, जहां सबसे पहले कैंपस खोलने की योजना है।
इस बीच, नेपाल, श्रीलंका, भूटान और बांग्लादेश में मांग के आधार पर संभावनाओं को तलाशा जा रहा है। इसके साथ आइआइटी दिल्ली की ओर से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कैंपस खोलने को लेकर तैयारी चल रही है। इसके अलावा खाड़ी के दूसरे देशों और अफ्रीकी देशों की मांग पर गंभीरता से विचार चल रहा है। आइआइटी मद्रास को भी कई देशों से प्रस्ताव मिले हैं। गौरतलब है कि हाल ही में आस्ट्रेलिया ने अपने दो शीर्ष विश्वविद्यालयों के कैंपस भारत में खोलने की घोषणा की है।