चीन और पाक सीमाओं पर तनाव के बीच सेना के शीर्ष अधिकारियों ने सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की
भारतीय सेना के शीर्ष नेतृत्व ने अपने प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के नेतृत्व में दिल्ली में गुरुवार से शुरू हुए दो दिवसीय सेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान चीन और पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय सेना के शीर्ष नेतृत्व ने अपने प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे के नेतृत्व में दिल्ली में गुरुवार से शुरू हुए दो दिवसीय सेना कमांडरों के सम्मेलन के दौरान चीन और पाकिस्तान सीमा पर सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की। सरकारी अधिकारियों ने कहा कि सेना के कमांडरों ने सीमाओं पर सुरक्षा स्थिति के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर चर्चा की।
सीडीएस की मौत के बाद पहली बैठक
एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की मौत के बाद सेना के शीर्ष नेतृत्व की यह पहली बैठक है। चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत की 8 दिसंबर को अपनी पत्नी और 12 अन्य कर्मियों के साथ एक हेलीकाप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। सेना के कमांडरों को पूर्वी सेक्टर में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की गतिविधियों सहित चीन सीमा पर स्थिति से अवगत कराया गया। चीन द्वारा एकतरफा आक्रामकता दिखाने के बाद पिछले साल अप्रैल और मई महीने से भारत और चीन के बीच सैन्य गतिरोध बना हुआ है।
चीन का जवाब आक्रामक तरीके से दिया गया
भारत ने चीनी आक्रमण का बहुत आक्रामक तरीके से जवाब दिया और कई स्थानों पर उनके कार्यों की जांच की। गलवान झड़प में झड़प भी हुई, जिसमें दोनों पक्ष के सैनिक हताहत हुए। उसके बाद से दोनों पक्षों ने भारी हथियारों के साथ क्षेत्र में भारी संख्या में सैनिकों को तैनात किया है। सेना के शीर्ष अधिकारियों ने बल में वरिष्ठ रैंकों के लिए पदोन्नति बोर्ड आयोजित किए। भारत क्षेत्र में शांति स्थापित करने की दिशा में काम कर रहा है, लेकिन दुश्मन सैनिकों द्वारा किसी भी दुस्साहस को विफल करने के लिए उच्च स्तर की तैयारी भी बनाए रखी है। बुनियादी ढांचे का निर्माण भी बहुत भारी पैमाने पर हो रहा है।