सम्मेलन में शामिल होने के लिए सिर्फ एक घंटा मिला जनता को प्रवेश
विश्व हिंदी सम्मेलन देखने पहुंचे कई लोगों को निराश लौटना पड़ा। महज एक घंटे के लिए आम जनता को बिना पास के अंदर जाने दिया गया। इसके बाद फिर प्रवेश बंद कर दिया गया। लगातार दूसरे दिन यह स्थिति बनी। सम्मेलन स्थल पर दो प्रदर्शनियां लगाई गई हैं।
भोपाल। विश्व हिंदी सम्मेलन देखने पहुंचे कई लोगों को निराश लौटना पड़ा। महज एक घंटे के लिए आम जनता को बिना पास के अंदर जाने दिया गया। इसके बाद फिर प्रवेश बंद कर दिया गया। लगातार दूसरे दिन यह स्थिति बनी। सम्मेलन स्थल पर दो प्रदर्शनियां लगाई गई हैं। 8 सितंबर से 12 सितंबर तक यह प्रदर्शनी आम जनता के लिए खुली रहेगी। पास की जरूरत नहीं होगी। केवल प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और 12 सितंबर को समापन समारोह के दौरान प्रवेश बंद रहेगा। कलेक्टर निशांत वरवड़े ने यह जानकारी दी थी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 13 और 14 सितंबर को भी प्रदर्शनी जनता के लिए खोलने का कहा था।
बिना पास वालों को किया बाहर
सम्मेलन में शामिल होने और प्रदर्शनी देखने की हसरत लेकर राजधानी और आसपास के शहरों के लोग गुरुवार को लाल परेड ग्राउंड पहुंचे थे। दोपहर करीब 12.15 पर सबके लिए प्रवेश खोल दिया। केवल एक घंटे बाद ही सुरक्षा का हवाला देकर पुलिसकर्मियों ने बिना पास वालों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। साथ ही प्रवेश देना भी बंद कर दिया गया। इस दौरन कई बार पुलिस से बहस की स्थिति बनी।