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तिब्बती युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का चीनी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन

10 मार्च 1959 में चीन ने पश्चिम व मध्य तिब्बत पर हमला किया था। अप्रैल 1959 में हजारों तिब्बती समुदाय के लोग भारत की शरण में आए थे।

By Tilak RajEdited By: Published: Wed, 18 Oct 2017 11:43 AM (IST)Updated: Wed, 18 Oct 2017 11:43 AM (IST)
तिब्बती युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का चीनी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन
तिब्बती युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का चीनी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन

नई दिल्‍ली, एएनआइ। दिल्ली में तिब्बती युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने चीनी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन किया। ये युवा 'हमे आजादी चाहिए' और 'तिब्‍बत फ्रीडम' के नारे लगा रहे थे। दिल्‍ली पुलिस ने इन विरोध कर रहे युवाओं को हिरासत में ले लिया।

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10 मार्च 1959 में चीन ने पश्चिम व मध्य तिब्बत पर हमला किया था। अप्रैल 1959 में हजारों तिब्बती समुदाय के लोग भारत की शरण में आए थे। इन्हें केंद्र की ओर से आर्थिक सहायता भी दी जा रही है। तिब्बत संघर्ष के दौरान अब तक 150 अनुयायियों ने आत्मदाह किया है। हर वर्ष समय-समय पर तिब्बत की आजादी के लिए प्रदर्शन किया जाता है।

केंद्र सरकार ने तिब्बतियों की संस्कृति व मूल्यों की रक्षा के लिए खास ध्यान दिया है। गृह मंत्रालय ने 2015-16 में केंद्रीय तिब्बती रिलीफ कमेटी को आठ करोड़ रुपये का फंड जारी किया। इनके बच्चों को मुफ्त शिक्षा, वर्दी, खाना, छात्रावास, बस पास दिया जाता है। वहीं मुफ्त मेडिकल, राहत राशि आदि भी मिलती है।

तिब्बती पुनर्विस्थापित नीति के तहत राज्य सरकारें इन्हें कृषि भूमि भी देती है। साथ ही हस्तकला के लिए स्थान व दुकानदारी के लिए जगह भी देती है।

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