कश्मीर में 24 घंटे में कश्मीर टाइगर्स फोर्स के चीफ कमांडर समेत नौ आतंकी ढेर
कश्मीर के आइजीपी ने आतंकी अल्ताफ के मारे जाने पर कहा हमने अपने बलिदानी साथियों का बदला ले लिया है। हमने जो संकल्प लिया था उसे पूरा किया है। इसी माह अल्ताफ ने ही सुहेल राथर के साथ मिलकर श्रीनगर के जेवन में पुलिस बस पर हमला किया था।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। कश्मीर में सुरक्षाबलों ने बीते 24 घंटे में तीन मुठभेड़ में कश्मीर टाइगर्स फोर्स के स्वयंभू चीफ कमांडर अल्ताफ और दो पाकिस्तानी आतंकियों सहित कुल नौ दहशतगर्दो को मार गिराया। आतंकियों से लोहा लेते एक जवान बलिदान भी हुआ है। जबकि सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। तीन में से दो मुठभेड़ बीती रात कुलगाम और अनंतनाग में हुई थी, जबकि तीसरी मुठभेड़ गुरुवार रात श्रीनगर के पंथाचौक में हुई।
कश्मीर के आइजीपी विजय कुमार ने आतंकी अल्ताफ के मारे जाने पर कहा, 'हमने अपने बलिदानी साथियों का बदला ले लिया है। हमने जो संकल्प लिया था, उसे आज पूरा किया है। इसी माह 13 दिसंबर को अल्ताफ ने ही सुहेल राथर के साथ मिलकर श्रीनगर के जेवन में पुलिस बस पर हमला किया था। इस हमले में तीन पुलिसकर्मी बलिदानी हुए थे।
पंथाचौक मुठभेड़
स्वचालित हथियारों से लैस तीन आतंकी गुरुवार देर रात अपने किसी संपर्क सूत्र से मिलने के लिए श्रीनगर के पंथाचौक में आए। सूचना मिलते ही पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों ने सीआरपीएफ और आरआर के जवानों के साथ मिलकर घेराबंदी शुरू कर दी। आधी रात के बाद घेराबंदी करते हुए जवानों ने जैसे ही आतंकी ठिकाना बने मकान में दाखिल होने का प्रयास किया, अंदर छिपे आतंकियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाते हुए ग्रेनेड भी फेंके। इसमें एसओजी के तीन जवान और सीआरपीएफ का एक जवान जख्मी हो गया। अन्य जवानों ने आतंकियों को सरेंडर का भी मौका दिया और उनकी गोलियों की बौछार में ही वहां फंसे कुछ नागरिकों को भी सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान देर रात करीब 12:40 बजे तीन आतंकी मारे गए।
आइजीपी विजय कुमार ने बताया कि मारे गए आतंकियों के शव व हथियार सुरक्षाबलों ने अपने कब्जे में ले लिए हैं। हालांकि अभी उनकी पहचान नहीं हो पाई है। वहीं, आसपास के इलाके में आतंकियों के छिपे होने की आशंका के चलते तलाशी अभियान जारी है।
अनंतनाग मुठभेड़
कश्मीर टाइगर्स फोर्स के स्वयंभू चीफ कमांडर मुफ्ती अल्ताफ उर्फ अबू जार के अलावा अनंतनाग मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों में निसार अहमद खांडे और पाकिस्तानी इलियास उर्फ रईस उर्फ माविया उर्फ सुल्तान शामिल हैं। इसी मुठभेड़ में 19 आरआर का जवान जसबीर सिंह निवासी तरनतारन (पंजाब) बलिदान हुआ है, जबकि दो अन्य जवानों रोहित यादव और इशांत के अलावा जम्मू कश्मीर पुलिस का एक जवान दीपक कुमार जख्मी हुए थे। यह सभी सुरक्षाकर्मी आतंकियों की गोलियों की बौछार के बीच आम नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे थे। अनंतनाग में नौगाम से कुछ ही दूरी पर स्थित पीरपोरा नाठीपोरा का रहने वाला आतंकी मुफ्ती अल्ताफ ही बीते एक साल से इसका मुखिया था।
अगस्त 2020 को घर से लापता होकर कश्मीर टाइगर्स का कमांडर बना था। वह वेरीनाग इलाके में एक मदरसा भी चलाता था, जहां वह छोटे बच्चों के दिलो दिमाग में भारत और गैर मुस्लिमों के प्रति जहर भरता था। आइजीपी विजय कुमार ने बताया कि एक आतंकी रात को ही मारा गया था, जबकि दो गुरुवार सुबह मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि यह संगठन जैश का ही एक गुट है। उन्होंने कहा कि मुफ्ती अल्ताफ पहले जैश का ओवरग्राउंड वर्कर होता था। उसके साथ मारा गया निसार अहमद खांडे एक रिसाइकल्ड आतंकी था। वह पहले कभी हरकत-उल-जिहादी इस्लामी का आतंकी था। वह कुछ समय जेल में रहा और रिहा होने के बाद वह 2017 में दोबारा आतंकी बन गया। तीसरा आतंकी पाकिस्तान का रहने वाला सुल्तापन उर्फ इलियास उर्फ रईस है।
कुलगाम मुठभेड़
इससे पहले कुलगाम के मीरहामा में बुधवार रात करीब सवा नौ बजे मुठभेड़ शुरू हुई थी और लगभग सवा घंटे बाद तीन आतंकियों के मारे जाने के साथ समाप्त हो गई। इसमें मारे गए तीनों आतंकी जैश के थे। इनमें एक सात लाख का इनामी पाकिस्तानी शहजाद भाई उर्फ शाहिद और दो अन्य स्थानीय आतंकी उजैर अहमद और मोहम्मद शफी डार थे। यह दोनों सी श्रेणी के आतंकियों की सूची में शामिल थे। सात लाख का इनामी शाहिद कश्मीर में सक्रिय जैश का मोस्ट वांटेड आतंकी था।