मध्य प्रदेश में तीन हजार जूनियर डाक्टरों ने खत्म की हड़ताल, 31 मई से चल रहा था आंदोलन
सोमवार देर शाम सरकार ने भी जूनियर डाक्टरों का मानदेय 17 से 18 फीसद तक बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया। रविवार रात दो बजे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से भी जूडा ने मुलाकात की थी। इस दौरान जूडा ने मानदेय में 24 फीसद बढ़ोतरी की मांग की थी।
भोपाल, जेएनएन। प्रदेश के छह मेडिकल कालेजों में 31 मई से चल रही तीन हजार जूनियर डाक्टरों (जूडा) की हड़ताल सोमवार को खत्म हो गई है। हडताल को लेकर जूनियर डाक्टर्स एसोसिएशन (JDA) में रविवार रात को फूट पड़ गई थी। ग्वालियर और रीवा मेडिकल कालेज के जूनियर डाक्टर के पक्ष में नहीं थे, जबकि इंदौर, भोपाल, जबलपुर और सागर के जूनियर डाक्टर आंदोलन जारी रखना चाहते थे।
सोमवार को हाई कोर्ट में भी इस मामले में लगी अवमानना याचिका पर सुनवाई होनी थी। लिहाजा, फूट और कार्रवाई के डर से स्टेट जूडा ने हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया। सोमवार देर शाम सरकार ने भी जूनियर डाक्टरों का मानदेय 17 से 18 फीसद तक बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया। रविवार रात दो बजे चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से भी जूडा ने मुलाकात की थी। इस दौरान जूडा ने मानदेय में 24 फीसद बढ़ोतरी की मांग की थी।
सूत्रों ने बताया कि कुछ जूडा पदाधिकारियों को यह डर था कि कोर्ट के अवमानना के दायरे में आने से उनका करियर प्रभावित हो सकता है। ऐसे में उन्होंने हड़ताल से हाथ खींच लिए। छह मांगों को लेकर जूडा 31 मई से आंदोलन कर रहा था। प्रदेश में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपपुर, रीवा और सागर में हड़ताल चल रही थी। शुक्रवार को एक जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने जूडा को 24 घंटे में हड़ताल खत्म करने को कहा था, लेकिन जूडा ने सामूहिक इस्तीफा देकर हड़ताल जारी रखी थी।