पुलिस और सुरक्षाबलों ने गिरफ्तार किए विरोधी संगठन NDFB के तीन कैडर, पूछताछ जारी
असम पुलिस और सुरक्षाबलों ने साथ मिलकर विद्रोही संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड के तीन कैडर को गरिफ्तार किया है।
कोकराझार (असम) एएनआइ। विद्रोही संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (संगबिजित) के तीन कैडर को (बुधवार) गिरफ्तार किया गया है। ये सभी असम के कोकराझार शहर में भारत-भूटान सीमा के साथ रिपु रिजर्व फॉरेस्ट से सुरक्षा बलों द्वारा गिरफ्तार किए गए थे। इस बारे में जानकारी देते हुए सर्कल इंस्पेक्टर मंटू राम बोरा ने मीडिया से कहा कि उनकी उपस्थिति में एक बार में खुफिया सूचनाओं के आधार पर ऑपरेशन को भारतीय सेना सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन और असम पुलिस ने साथ मिलकर अंजाम दिया है। गिरफ्तार किए गए इन आरोपियों के पास से एक 7.65 एमएम पिस्टल और राशन भी बरामद किया गया है। फिलाहल मामले में जांच जारी है आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पहले भी गिरफ्तार हुआ था इसी संगठन का शख्स
इससे पहले 13 अक्टूबर को भारतीय सेना की चिरांग यूनिट असम पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त अभियान के दौरान भी एक शख्य को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए शख्य का नाम राजू ब्रह्मा बताया जा रहा है। ये शख्स भी नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबीजीत) का स्थानीय कैडर था। उसके पास से भी अवैध हथियार जिसमें सिंगल बोर राइफल, एके 47 की 10 लाइव राउंड गोलियां और हैंड ग्रेनेड शामिल थे।
बढ़ा दिया गया AFSPA
एक अक्टूबर को केंद्र सरकार ने कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के बाद अरुणाचल प्रदेश के तीन जिलों और असम सीमा से लगने वाले चार थाना क्षेत्रों अफसपा की अवधि को बढ़ाकर छह महीने के लिए बढ़ा दिया है। दरअसल, राज्यों में बढ़ती उग्रवादी गतिविधियों के चलते ये फैसला लिया गया है। गृह मंत्रालय की तरफ से जो अधिसूचना जारी की गई उसमें कहा गया कि अफसपा की धारा तीन के तहत एक अक्टूबर से मार्च 2020 तक या फिर दूसरे फैसले लेने तक इन सभी क्षेत्रों को अशांत घोषित किया जा रहा है। बता दें कि असम सीमा में लगने वाले चार जिलों जिनमें अफसपा लगाया गया है उनमें महादेवपुर थाना, लोअर दिबांग घाटी जिले में रोइंग थाना, नामसी जिले के नामसाई और लोहित जिले में सुनपुरा थाना शामिल हैं।