बिहार के बाद गुजरात में कांग्रेस को बड़ा झटका, अहमद पटेल की जीत पर संकट
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा है कि आगामी चुनाव में हार सामने देख भाजपा डर गई है। इसलिए ऐसे हथकंडे अपना रही है।
अहमदाबाद, ब्यूरो। बिहार में महागठबंधन सरकार गिरने के बाद गुजरात में भी कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। गुरुवार को गुजरात में 3 विधायकों ने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया और आज दो और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। बलवंतसिंह राजपूत, डॉक्टर तेजश्री पटेल और पीआई पटेल के बाद अब छनाभाई चौधरी और मान सिंह चौहान ने भी पार्टी का दामन छोड़ दिया है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गुजरात में कांग्रेस के कई अौर विधायक इस्तीफा दे सकते हैं।
पूर्व कांग्रेस विधायक तेजश्री पटेल ने भाजपा से जुड़ने के बाद कहा, ‘विकास का काम और लोगों की सेवा करनी है, शासक पक्ष में रहेंगे तो और भी काम करेंगे। सब विधायक अपने क्षेत्र में नाराज थे, संगठन में कोई काम नहीं करता था, एक मजबूत नेता नहीं था।‘
राजपूत वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला के समधी हैं। वह भाजपा की ओर से राज्यसभा उम्मीदवार बन सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी से नाराज वाघेला पहले ही पार्टी छो़ड़ चुके हैं। राजपूत पिछले कुछ दिनों से भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के संपर्क में थे।
दिल्ली में एक और मुलाकात के बाद गुरुवार दोपहर उन्होंने कांग्रेस को अलविदा कह दिया। भविष्य में कई और विधायकों के कांग्रेस छोड़ने की चर्चा चल रही है। राष्ट्रपति चुनाव के बाद राज्यसभा चुनाव में भी कांग्रेस को क्रॉस वोटिंग का सामना करना पड़ सकता है। इससे अहमद पटेल की जीत पर संकट के बादल मंडरा सकते हैं।
भाजपा के तीसरे उम्मीदवार होंगे राजपूत
राजपूत शुक्रवार को भाजपा के तीसरे उम्मीदवार के रूप में राज्यसभा के लिए नामांकन भरेंगे। उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने घोषषणा भी कर दी है कि भाजपा विधायक चौथे उम्मीदवार के रूप में राजपूत को मत देंगे। भाजपा की ओर से अमित शाह और स्मृति ईरानी पहले ही उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं। अमित शाह कांग्रेस प्रत्याशी अहमद पटेल को हराने के लिए राजपूत को पर्चा भराएंगे। उधर मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने भी कहा है कि कांग्रेस में आंतरिक खींचतान है।
भाजपा को लग रहा डर
भाजपा, कांग्रेस में चल रही उठा-पटक पर नजर रखे हुए है। इस बीच, कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा है कि आगामी चुनाव में हार सामने देख भाजपा डर गई है। इसलिए ऐसे हथकंडे अपना रही है। राज्य की जनता पानी में डूबी है। सरकार से मदद की उम्मीद लगाए हुए है। दूसरी तरफ भाजपा अपनी सत्ता बचाने में मशगूल है। राज्य की जनता ऐसे दलबदलू नेताओं को कभी माफ नहीं करेगी। इस्तीफा देने के बाद राजपूत और पटेल ने कहा कि कुछ नेता मिलकर पार्टी को चला रहे हैं। वे अपने ही विधायकों के टिकट कटाने और हरवाने की योजना बनाते हैं, जिससे कई विधायक नाराज हैं।
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