मुख्यमंत्री का धर्मसंकट, युवक ने कलेक्टर से शादी करवाने की दी अर्जी
डॉ. रमन सिंह ने जनता की समस्याओं की खबर लेने तीन दिन का लोक सुराज अभियान क्या चलाया, कुछ लोगों ने उन्हें ऐसे अजीब तरह के आवेदन देकर मुश्किल में फंसा दिया है।
रायपुर, [अरुण उपाध्याय]। एक मुख्यमंत्री के पास तमाम तरह के काम होते हैं। जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरना और उनकी मांगों को पूरी करने की कोशिश हर मुख्यमंत्री करता है। खासतौर पर अगर विधानसभा चुनाव नजदीक हों तो मुख्यमंत्री किसी भी मांग को खारिज नहीं कर सकते। लेकिन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पास जनता की तरफ से ऐसी-ऐसी मांगें आ रही हैं, जिन्हें वे शायद कभी पूरी नहीं कर पाएंगे। दरअसल डॉ. रमन सिंह ने जनता की समस्याओं की खबर लेने तीन दिन का लोक सुराज अभियान क्या चलाया, कुछ लोगों ने उन्हें ऐसे अजीब तरह के आवेदन देकर मुश्किल में फंसा दिया है।
कलेक्टर से मेरी शादी करा दो
तीन दिन के इस सुराज अभियान में रमन सिंह के पास एक लड़के ने अजीब-ओ-गरीब आवेदन किया है। लड़के ने अपनी चिट्ठी में मुख्यमंत्री से आवेदन किया है कि उसकी शादी किसी कलेक्टकर, कमिश्नर या जज युवती से करा दी जाए। मुख्यमंत्री इस चिट्ठी का क्या करेंगे यह तो बाद में देखा जाएगा, लेकिन एक अन्य युवक ने तो खुद को राज्य का स्वास्थ्य मंत्री बनाने तक की अर्जी लगा डाली है। इस पूरे प्रकरण में दिलचस्प बात तो यह है कि सरकारी अमले ने इन दोनों युवकों का आवेदन स्वीकार कर निराकरण के लिए संबंधित विभागों को भेज भी दिया है।
सरकार ने जनता की समस्याओं की जानकारी लेने के लिए तीन दिन के लिए पूरे राज्य में जिला से पंचायत स्तर तक आवेदन मंगवाए। आवेदन आने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब इसके निराकरण का सिलसिला चलेगा। उसमें से कुछ दिलचस्प और रोचक आवेदनों ने सरकारी अमले के सामने मांगों के निराकरण की चुनौती खड़ी कर दी है।
कोरबा जिले के करतला ब्लॉक के ग्राम पंचायत खरवानी में लोक सुराज अभियान के दौरान आश्रित ग्राम बुढ़ियापाली के संतोष सागर ने मुख्यमंत्री से एक दिन के लिए स्वास्थ्य मंत्री बनाने की मांग की है। मंत्री बनाने की मांग के साथ उसने स्वास्थ्य विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को दूर करने की इच्छा जताई है। सरकारी अमले के सामने उस वक्त कौतूहल की स्थिति निर्मित हो गई, जब बुढ़ियापाली निवासी संतोष यह अजीब-ओ-गरीब आवेदन लेकर पहुंचा।
स्वास्थ्य मंत्री बन भ्रष्टाचार पर लगाम लगा दूंगा
संतोष ने मुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए लिखा है कि सीएम साहब! मुझे एक दिन का स्वास्थ्य मंत्री बना दीजिए। मंत्री बनाए जाने पर वह प्रदेश में पसरी स्वास्थ्य संबंधी अव्यवस्था को दूर करना चाहता है। सागर का कहना है कोरबा जिले के स्वास्थ्य विभाग में साल 2012 में जो महिला स्वास्थ्यकर्ता की भर्ती हुई थी, उसमें खासी गड़बड़ी बरती गई थी। उसने स्वास्थ्य मंत्री नियुक्त होकर भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी व कर्मचारियों पर कार्रवाई करने की इच्छा जताई है। खरवानी लोक सुराज अभियान में संतोष का आवेदन पूरे दिन चर्चा का विषय रहा। सुराज अभियान में प्रति वर्ष अजीब-ओ-गरीब आवेदन देखे जाते हैं। इस कड़ी में संतोष ने स्वास्थ्य मंत्री बनने की मांग के साथ-साथ विभागीय भ्रष्टाचार में लगाम लगाने की अनुमति मुख्यमंत्री से मांगी है।
शादी के आवेदन को महिला एवं बाल विकास विभाग में भेजा
इधर बिलासपुर के पथरिया ब्लॉक के ग्राम लाटा के युवक गोफेलाल ने विवाह के लिए लड़की दिलाने की मांग की है। उसने अपनी पसंद भी बताई है। ऐसी-वैसी नहीं केवल कलेक्टर, कमिश्नर या फिर जज लड़की से शादी करने की इच्छा गोफेलाल ने जताई है। मजे की बात यह है कि उनके आवेदन को स्वीकार करते हुए निराकरण के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग भेज दिया गया है।
आवेदन मिलने के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की समस्या बढ़ गई है कि आखिर युवक की डिमांड को कैसे पूरा किया जाए। सरकारी अमले को उसके आवेदन को लंबित भी नहीं रखना है, ऐसे में निराकरण लिखना भी एक नई तरह की चुनौती है। बहरहाल, ये दोनों आवेदन पूरे राज्य में चर्चा का विषय बने हुए हैं।