आपके मोबाइल से जुड़ी है ये खबर, देशभर में एक ही IMEI नंबर के हैं एक लाख से ज्यादा फोन
मध्य प्रदेश के जबलपुर में यह घटना सामने आई है।जबलपुर में जोनल सायबर पुलिस ने मोबाइल शॉप के संचालक को गिरफ्तार किया है।
जबलपुर, जेएनएन। आजकल मोबाइल फोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। मोबाइल फोन में हमारी बातचीत और हमसे जुड़ी कई जानकारियां मौजूद होती हैं। ऐेसे में उसकी उपयोगिता के साथ इसकी गोपनीयता को लेकर सभी सतर्क रहते हैं। इस बीच मोबाइल फोन को अपनी यूनीक पहचान देने वाले आइएमईआइ (इंटरनेशनल मोबाइल इक्यूपमेंट आईडेंटिटी) नंबर को लेकर देश में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। मध्य प्रदेश की जोनल साइबर पुलिस टीम फर्जीवाड़े की तह तक पहुंची है और इसका पर्दाफाश किया है। जानकारी के मुताबिक एक ही आइएमईआइ नंबर पर पूरे देश में एक लाख से ज्यादा मोबाइल सक्रिय हैं।
अकेले जबलपुर में एक ही नंबर पर सक्रिय 125 मोबाइल फोन मिले हैं। करीब 50 हजार मोबाइल की जानकारी पुलिस ने पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) को भेजी है। शेष नंबरों को सूचीबद्ध कर पूरा ब्योरा केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजने की तैयारी की जा रही है।
पुलिस महानिरीक्षक (आइजी) विवेक शर्मा ने गुरुवार को कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में घटनाक्रम की जानकारी दी। बताया जाता है कि आइजी को कुछ दिन पहले गोपनीय सूचना दी गई थी कि जिले में कई मोबाइल कारोबारी चोरी के मोबाइलों की आइएमईआइ नंबर बदल रहे हैं। जबलपुर के जयंती कॉम्प्लेक्स ओमती स्थित सिद्धि विनायक मोबाइल शॉप में यह फर्जीवाड़ जोरों पर है। आइजी के निर्देश पर जोनल सायबर पुलिस टीम ने जांच की तो इस दौरान एक ऐसे मोबाइल की जानकारी मिली, जिसे कुछ दिन पहले सिद्धि विनायक मोबाइल शॉप से सुधरवाया गया था
सभी मोबाइल वीवो कंपनी केमोबाइल की जांच की गई तो सुधार के बाद उसकी आइएमईआइ बदली मिली। सिद्धि विनायक मोबाइल शॉप के संचालक प्रदीप ठाकुर ने उसकी आइएमईआइ बदल दी थी। टीम ने जब आइएमईआइ की जांच की तो देश के कोने-कोने में उसी नंबर पर संचालित एक लाख से ज्यादा मोबाइल मिले। जबलपुर में 125 मोबाइल का पता चला, जिनके यूजर्स से संपर्क कर पुलिस ने उनके मोबाइल को जांच में शामिल किया। एक ही आइएमईआइ नंबर पर देश में चलने वाले सभी मोबाइल वीवो कंपनी के निकले।
नेटवर्क से बाहर किए जाएंगे सभी मोबाइल
पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि जांच में अभी और कई मोबाइल एक ही आइएमईआइ पर सक्रिय मिल सकते हैं। केंदीय गृह मंत्रालय से संपर्क कर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी, ताकि राष्ट्रीय स्तर पर सेंट्रल इक्यूपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (सीईआइआर) में संबंधित आइएमईआइ नंबर डालने के बाद सभी मोबाइल नंबरों को नेटवर्क से बाहर किया जा सके।
अन्य मोबाइल की आइएमईआइ कहां बदली गई, इसकी जांच शुरूजबलपुर में सामने आए 125 मोबाइल फोन में एक की आइएमईआइ सिद्धि विनायक मोबाइल शॉप में बदली गई, लेकिन अन्य की आइएमईआइ किन कारोबारियों ने बदली थी, इसका पता लगाया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि अभी और कारोबारी सामने आएंगे, जिन्होंने डोंगल, फ्लैसर की सहायता से चोरी के अथवा खराब मोबाइलों की आइएमईआइ बदलने का काम किया है।