बेंगलुरु के ईदगाह मैदान में पहली बार लहराया तिरंगा, भूमि पर स्वामित्व का साक्ष्य पेश नहीं कर सका था वक्फ बोर्ड
इससे पहले रविवार को ईदगाह मैदान में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा था कि 75 साल से यहां राष्ट्रीय ध्वज नहीं लहराया। राज्य सरकार ने अब यहां ध्वजारोहण करने को लेकर फैसला लिया।
बेंगलुरु, एजेंसी। बेंगलुरु के चामराजपेट ईदगाह मैदान में सोमवार को पहली बार तिरंगा लहराया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। कार्यक्रम स्थल के आसपास रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ), सिटी आर्म्ड रिजर्व (सीएआर), कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस (केएसआरपी) की तैनाती की गई थी।
राजस्व विभाग के सहायक आयुक्त एमजी शिवन्ना ने ध्वजारोहण किया। कार्यक्रम में सांसद पीसी मोहन, विधायक जमीर अहमद खान उपस्थित रहे। झंडारोहण के बाद वहां उपस्थित लोगों ने बहुत उत्साह के साथ भारत माता की जय के नारे लगाए।
इससे पहले रविवार को ईदगाह मैदान में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा था कि 75 साल से यहां राष्ट्रीय ध्वज नहीं लहराया। राज्य सरकार ने अब यहां ध्वजारोहण करने को लेकर फैसला लिया।
गौरतलब है कि बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) ने हाल ही में घोषित किया था कि यह भूमि कर्नाटक सरकार के राजस्व विभाग की है। हालांकि इस पर वक्फ बोर्ड स्वामित्व का दावा करता रहा है। वक्फ बोर्ड का दावा है कि बीबीएमपी का जमीन ट्रांसफर करना सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ है जिसमें कहा गया है कि यथास्थिति बनाए रखी जानी चाहिए। उधर बीबीएमपी का कहना है कि वक्फ बोर्ड को स्वामित्व का दावा करने के लिए दस्तावेज पेश करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था, लेकिन वह साक्ष्य पेश नहीं कर सका। इस कारण जमीन का स्वामित्व राजस्व विभाग को सौंपा गया।
पेरियार पर टिप्पणी के लिए हिंदू मुन्नानी का पदाधिकारी गिरफ्तार
वहीं, दूसरी ओर द्रविड़ नेता रहे ईवी रामासामी पेरियार के खिलाफ टिप्पणी करने के आरोप में हिंदू मुन्नानी के पदाधिकारी कनाल कन्नन को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हिंदू मुन्नानी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा संगठन है। हिंदू मुन्नानी ने कन्नन की गिरफ्तारी को स्वतंत्रता दिवस पर लोकतंत्र की हत्या बताया है।संगठन ने अपने ट्विटर हैंडल पर घोषणा की कि कन्नन की गिरफ्तारी के खिलाफ 16 अगस्त को विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। मुन्नानी की कला और संस्कृति शाखा के सचिव कन्नन को पुदुचेरी से गिरफ्तार किया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 26 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। स्टंट कोरियोग्राफर कन्नन तमिल सिनेमा की दुनिया में काफी लोकप्रिय हैं। हाल ही में हिंदू मुन्नानी द्वारा आयोजित एक सभा में कन्नन ने विवादित टिप्पणी की थी।