छत्तीसगढ़ में कुआं में उतरे तीन सगे भाइयों सहित चार की जहरीली गैस ने ली जान
छत्तीसगढ़ में जहरीली गैस के कारण तीन भाइयों की मौत हो गई है। दरअसल चारों भाई कुआं में गिर गए थे।
रायपुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में कुंए की जहरीली गैस में दम घुटने से तीन सगे भाइयों सहित चार ग्रामीणों की मौत हो गई। हसौद थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत धमनी के हेमंत रात्रे पुत्र खोलबहरा ने नरियरा खार खेत में नया कुंआ बनवाया था। कुएं का निर्माण कार्य एक दिन पहले नौ जून को हुआ था।
बुधवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे हेमंत पत्नी मोंगरा बाई के साथ कुआ में मोटर पंप लगाने के लिए गया था। पंप लगाने से पहले वह सफाई के लिए कुआं में उतरा। कुछ देर बाद उसका दम घुटने लगा। यह देखकर पत्नी ने खेत के आसपास लकड़ी काट रहे हेमंत के दो सगे भाइयों को आवाज दी। इस पर दोनों भाई नगेंदर व महेंदर हेमंत को बचाने कुएं में उतर गए। उतरते ही दोनों भाई भी बेहोश हो गए। इसी बीच गांव के चिंतामणि पुत्र पिलाबाबू रस्सी के सहारे कुएं में उतरे और वह भी बेहोश हो गए। इसकी सूचना हसौद पुलिस को दी गई।
पुलिस ने चारों को बाहर निकलवाया। तब तक तीन व्यक्तियों की सांसें थम चुकी थीं। एक ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया। बारिश का पानी कुएं में न भरे इसके लिए पंप लगाने के पहले कुएं को एक दिन पहले हेमंत ने ढक दिया था। चिकित्सकों का कहना है कि कुएं को ढकने के कारण मिथेन गैस बाहर नहीं निकल सकी। जिसके चलते ग्रामीणों की मौत हो गई।
बता दें कि इससे पहले भी इस तरह का हादसा प्रतापपुर थाना क्षेत्र में भी हुआ था। बच्चे के पिता एक होटल में काम करते हैं। दरअसल, उनका बच्चा खेल रहा था। खेलते खेलते वह अचानक ही कुएं में गिर गया। भाई को गिरता देख सीता ने अपना भाई की जानकारी परिवार के सदस्यों को दी। बड़ी मशक्क्त के बाद बच्चें को बाहर निकालकर तुरंत ही परिजन कल्याणपुर अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां इसे प्राथमिक चिकित्सा के बाद उसे रिफर कर दिया गया। फिर उसे संजीवनी 108 से उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। यहां जांच करने के बाद डॉक्टरों ने उसो मृतक घोषित कर दिया।