Meghalaya: डीजीपी बोले; भीड़ CM पर हमले की साजिश थी सोची समझी, पत्थर और बोतलों से हमला कर जान लेने का था इरादा
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सभी साजिशकर्ताओं पर कार्रवाई की जाएगी और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जाएगा। घटना में कथित संलिप्तता के लिए विपक्षी टीएमसी नेता रिचर्ड मांग मराक सहित 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पथराव और आगजनी की घटना के वीडियो फुटेज की मदद से अन्य 26 लोगों की पहचान की गई है।
शिलांग, प्रेट्र। मेघालय के पुलिस महानिदेशक एलआर बिश्नोई ने मंगलवार को कहा कि सोमवार को तुरा में मुख्यमंत्री कार्यालय पर भीड़ का हमला पूर्व नियोजित था और मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा को शारीरिक नुकसान पहुंचाने के लिए एक साजिश रची गई थी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सभी साजिशकर्ताओं पर कार्रवाई की जाएगी और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जाएगा। घटना में कथित संलिप्तता के लिए विपक्षी टीएमसी नेता रिचर्ड मांग मराक सहित 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पथराव और आगजनी की घटना के वीडियो फुटेज की मदद से अन्य 26 लोगों की पहचान की गई है।
डीजीपी ने दावा किया कि खुफिया जानकारी से संकेत मिलता है कि भीड़ की योजना मुख्यमंत्री के सिर पर पत्थर या बोतलों से वार करके उनकी हत्या करने की थी। बिश्नोई ने कहा कि आरोपितों ने भीड़ को मुख्यमंत्री पर हमला करने के लिए उकसाया और यहां तक कि उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वे हत्या आदि जैसे घातक कदम उठाएं। राज्य पुलिस प्रमुख ने कहा कि स्थिति अब पूरी तरह से नियंत्रण में है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री सोमवार रात तुरा को शीतकालीन राजधानी का दर्जा देने की मांग पर चर्चा कर रहे थे, उसी दौरान 1000 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने सीएम कार्यालय पर पथराव किया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सात और एक महिला होम गार्ड समेत 10 पुलिसकर्मी पथराव में घायल हो गए। संगमा ने ¨हसक प्रदर्शन में घायल पुलिसकर्मियों को चिकित्सा अनुदान के रूप में 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की है।