भारतीय बलों को साइबर सुरक्षा मुहैया कराने की योजना बना रहा थेल्स समूह
थेल्स समूह के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पैट्रिस केन ने कहा कि कंपनी भारत में अपना विस्तार करने पर गौर कर रही है। खासतौर पर उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में जो सशस्त्र बलों के लिए अहम होगी।
नई दिल्ली, प्रेट्र। रक्षा क्षेत्र की फ्रांस की अग्रणी कंपनी थेल्स समूह नए युग की साइबर सुरक्षा समाधान, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और 'बिग डाटा एनालिटिक्स' में उच्च स्तर की क्षमताओं के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की जरूरतों को पूरा करने पर प्रमुखता से ध्यान केंद्रित करने की योजना बना रहा है।
थेल्स समूह के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पैट्रिस केन ने कहा कि कंपनी भारत में अपना विस्तार करने पर गौर कर रही है। खासतौर पर उभरती प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में, जो सशस्त्र बलों के लिए अहम होगी।
भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना भविष्य की सुरक्षा चिंताओं से निपटने के लिए नैनो प्रौद्योगिकी, क्वांटम कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ड्रोन और रोबोटिक प्रौद्योगिकी जैसी भविष्योन्मुखी प्रौद्योगिकियां हासिल करने पर जोर दे रही हैं।केन ने कहा कि थेल्स समूह साइबर सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल समाधान सहित कई क्षेत्रों में भारत में अपना संपूर्ण दायरा विस्तारित करने का लक्ष्य बना रहा है।
भारत-चीन सैन्य वार्ता फिर बेनतीजा
पूर्वी लद्दाख के पास एलएसी पर भारत और चीन तनाव खत्म करने के लिए भारत और चीन के बीच रविवार को 13वें दौर की कोर कमांडर स्तर की सैन्य वार्ता हुई। लगभग साढ़े आठ घंटे चली यह बैठक बेनतीजा रही। भारतीय पक्ष की तरफ से जब विवादित क्षेत्रों के मुद्दों को हल करने के लिए रचनात्मक सुझाव दिए गए तो चीनी पक्ष इसपर सहमत नहीं था और ना ही अपनी तरफ से कोई समाधान दिया। ऐसे में यह बैठक बेनतीजा रही।
इस दौरान भारतीय सेना ने चीन से लद्दाख सीमा के पास टकराव वाले सभी स्थानों से पीछे हटने को कहा। बैठक में भारत ने चीन से दो टूक कहा कि वह बाकी बचे टकराव वाले सभी स्थानों से भी पीछे हटे और मई 2020 से पहले की स्थिति को बहाल करे। भारत और चीन के बीच बातचीत के बाद भारतीय सेना की ओर से बयान जारी किया गया है जिसमें यह जानकारी दी गई है।