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छह फीट से कम ऊंचे स्थल पर होना था हमला

दो पाकिस्तानी आतंकियों का पहला अटैक गोरखपुर में उस स्थल अथवा बिल्डिंग पर होना था, जहां बाउंड्रीवाल छह फीट से कम ऊंचाई वाली है। आतंकियों से पूछताछ में मिली इस जानकारी के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। यह पता चलने के बाद गोरखपुर व आस-पास क्षेत्रों में ऐसे संवेदनशील स्थलों की खोज शुरू कर दी

By Edited By: Published: Mon, 31 Mar 2014 02:46 PM (IST)Updated: Mon, 31 Mar 2014 04:38 PM (IST)
छह फीट से कम ऊंचे स्थल पर होना था हमला

गोरखपुर(वागीश धर द्विवेदी)। दो पाकिस्तानी आतंकियों का पहला अटैक गोरखपुर में उस स्थल अथवा बिल्डिंग पर होना था, जहां बाउंड्रीवाल छह फीट से कम ऊंचाई वाली है। आतंकियों से पूछताछ में मिली इस जानकारी के बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। यह पता चलने के बाद गोरखपुर व आस-पास क्षेत्रों में ऐसे संवेदनशील स्थलों की खोज शुरू कर दी गई है, जिसकी बाउंड्री छह फीट से कम है।

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सूत्रों के मुताबिक बुधवार को पकड़े गए आतंकियों से पूछताछ में सिर्फ यह बात सामने आई है कि उन्हें गोरखपुर व अन्य जिलों में हमला किए जाने के लिए भेजा गया था। असलहा व अन्य संसाधन मुहैया कराने के अलावा उन्हें कहां अटैक करना है यह आइएम के स्थानीय माड्यूल्स को बताना था। आतंकियों को सिर्फ इतना बताया गया था कि उन्हें बिना हथियार वाले वर्दीधारियों को निशाना बनाना है। अटैक का स्थल वह होगा, जहां की बाउंड्री छह फीट से कम होगी।

स्थानीय माड्यूल्स से उन्हें दो एके 47 व दो चाइनीज पिस्टल मिल गई थी। बाइक रेलवे स्टेशन पर मिलनी थी। उसी बाइक से जाकर उन्हें अटैक करना था। इसी बीच दोनों एटीएस के हत्थे चढ़ गए।

बिना असलहा वाले वर्दीधारियों को निशाना बनाने की सूचना की बाबत खुफिया एजेंसियों का कहना है कि वर्दी से आशय सिर्फ पुलिस या सुरक्षा बलों से नहीं है। एक रंग और कमोवेश एक ही तरह के उन कपड़ों से भी हो सकता है, जिसे बहुत सारे लोग पहने हुए हो। मतलब वह किसी समूह में हो सकते हैं या किसी संगठन से भी जुड़े हो सकते हैं। माना जा रहा है कि गोरखपुर व आसपास क्षेत्र में ही कहीं पहला हमला होना था।

इस दायरे में गोरखनाथ मंदिर को भी रखा जा रहा। सूत्रों की मानें तो लगभग चार साल पहले खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों की एक मेल पकड़ी थी, जिसमें नेपाल सीमा से दो घंटे की दूरी पर स्थित किसी मंदिर को निशाना बनाने की योजना का जिक्र था। हालांकि गोरखनाथ मंदिर की बाउंड्रीवाल की ऊंचाई आतंकियों द्वारा बताई गई ऊंचाई से काफी ऊंची है। वायुसेना केंद्र, एसएसबी कैंप और जीआरडी के अलावा आस-पास के अन्य स्थलों को लेकर मंथन चल रहा है।

निगाह में आए मददगार :-

पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकियों के दोनों मददगारों की करीब-करीब पहचान हो गई है। आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) की टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए सक्त्रिय हो गई है। खुफिया सूत्रों के मुताबिक इसमें एक नेपाल का रहने वाला है, जबकि दूसरा पूवरंचल के किसी जिले का निवासी है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो जल्दी ही दोनों गिरफ्त में होंगे।

पढ़ें: आतंकियों की शरणस्थली रहा है लखनऊ

आतंकियों के निशाने पर विदेशी आतंकी भी थे


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