छत्तीसगढ़ में भी बन रहा शराबबंदी का माहौल, किया जा रहा बिहार पैटर्न का अध्ययन
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी वहां शराबबंदी लागू करना चाहते हैं। इसके लिए माहौल बनाया जा रहा है।
पटना (राज्य ब्यूरो)। बिहार में शराबबंदी का अध्ययन करने छत्तीसगढ़ से आई टीम ने बिहार में फील्ड विजिट कर इसके असर को देखा और शुक्रवार को मुख्यमंत्री के सलाहकार अंजनी कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक मुख्यमंत्री के साथ तय थी, पर उनके अस्वस्थ रहने की वजह से मुख्यमंत्री के सलाहकार ने उनके साथ बैठक की।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी वहां शराबबंदी लागू करना चाहते हैं। इसके लिए माहौल बनाया जा रहा है। इसके पहले कर्नाटक सरकार के एक अध्ययन दल ने बिहार में शराबबंदी का अध्ययन किया था। छत्तीसगढ़ से 11 लोगों का अध्ययन दल बिहार आया है। मुख्यमंत्री के सलाहकार ने उन्हें बताया कि किस तरह से बिहार में माहौल बनाकर शराबबंदी के कठिन काम को अंजाम दिया गया।
शराबबंदी के बाद हुए सर्वे में यह बात सामने आई है कि शराब में पैसे उड़ा रहे लोग अब अपने पैसे का सदुपयोग अच्छे खान-पान, शिक्षा व रहन-सहन पर करने लगे हैं। इससे राज्य में कारोबार भी बेहतर हुआ है। अध्ययन दल में शामिल लोगों ने कहा कि जिन क्षेत्रों में भी वे गए वहां महिलाओं ने शराबबंदी की काफी प्रशंसा की। शराबबंदी से हो रहे फायदों के बारे में हमें बताया। अध्ययन दल में बस्तर के सांसद दिनेश कश्यप, जंजगीर चंपा की सांसद कमला देवी पटले, कवर्धा के विधायक अशोक साहू, कुनकुरी के विधायक रोहित कुमार साईं, छत्तीसगढ़ के उत्पाद एवं निबंधन विभाग के सचिव डीडी सिंह तथा अन्य लोग शामिल थे।