Monkeypox: मंकीपाक्स संक्रमण से निपटने में केंद्र की मदद करेगा टास्क फोर्स, वैक्सीन तैयार करने में भी देगा सुझाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपाक्स के खतरे को देखते हुए यौन संबंधों में सावधानी बरतने की सलाह दी है। कहा है कि लोग पार्टनर की संख्या सीमित रखें और समलैंगिक संबंध बनाने से परहेज करें। अनजाने लोगों से संबंध बनाने में विशेष सावधानी जरूरी है।
नई दिल्ली, एजेंसियां: देश में मंकीपाक्स के बढ़ते मामलों के बीच केंद्र सरकार ने इससे निपटने की खातिर सुझाव देने के लिए टास्क फोर्स का गठन करने का फैसला किया है। यह टास्क फोर्स जांच सुविधाओं के विस्तार से लेकर वैक्सीन तैयार करने तक में सरकार को दिशा-निर्देश देगा। सूत्रों ने बताया, चिकित्सा व्यवस्था की तैयारियों का जायजा लेने और मंकीपाक्स का प्रसार रोकने पर विचार करने के लिए प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव के स्तर पर बैठक हुई थी। इसी दौरान इसको लेकर सुझाव देने के लिए कार्यबल बनाने का फैसला किया गया।
इस बैठक में कैबिनेट सचिव, नीति आयोग के प्रतिनिधि, स्वास्थ्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। भारत में अब तक मंकीपाक्स के चार मामले सामने आ चुके हैं। तीन मामले केरल और एक मामला दिल्ली का है। अधिकारियों के मुताबिक, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन और स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय से समय पर रिपोर्टिग को बढ़ावा देने, मामलों का पता लगाने और सही उपचार देने के लिए कहा गया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) की प्रयोगशालाओं का इस्तेमाल करने की सलाह भी दी गई है।
यौन संबंधों में सावधानी बरतें
आइएएनएस के अनुसार, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपाक्स के खतरे को देखते हुए यौन संबंधों में सावधानी बरतने की सलाह दी है। कहा है कि लोग पार्टनर की संख्या सीमित रखें और समलैंगिक संबंध बनाने से परहेज करें। अनजाने लोगों से संबंध बनाने में विशेष सावधानी जरूरी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने पिछले शनिवार को मंकीपॉक्स को अंतरराष्ट्रीय चिंता का वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। विश्व स्तर पर, 75 देशों से मंकीपॉक्स के 16,000 से अधिक मामले सामने आए हैं और अब तक पांच मौतें हो चुकी हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोसिस है। यह एक वायरस है जो जानवरों से मनुष्यों में फैलता है और चेचक के समान लक्षणों के साथ है, हालांकि चिकित्सकीय रूप से कम गंभीर है।