महाराष्ट्र में हो सकती है कई कांग्रेसी मंत्रियों की छुट्टी
लोकसभा चुनाव में हार के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण और प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे की कुर्सी भले ही बच गई हो, लेकिन जल्दी ही कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है। महाराष्ट्र में कांग्रेस को 4
मुंबई, [ओमप्रकाश तिवारी]। लोकसभा चुनाव में हार के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चह्वाण और प्रदेश अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे की कुर्सी भले ही बच गई हो, लेकिन जल्दी ही कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है।
महाराष्ट्र में कांग्रेस को 48 में सिर्फ दो लोकसभा सीटें हासिल हुई हैं। उसके ज्यादातर कैबिनेट मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी को 30 से60 हजार मतों का नुकसान हुआ है। राज्य के दो वरिष्ठ मंत्रियों नारायण राणे एवं नितिन राउत ने नतीजों के तुरंत बाद इस्तीफे की घोषणा कर दी थी। हालांकि उनके इस्तीफे अभी स्वीकार नहीं किए गए हैं। इनमें से राणे सिंधुदुर्ग सीट से अपने बेटे नीलेश राणे को नहीं जिता पाए। इसी तरह नितिन राउत की जिम्मेदारी माने जानेवाले विदर्भ की सभी दस सीटें कांग्रेस-राकांपा गंवा बैठी।
कुछ दिन पहले राणे और राउत समेत कई मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिले थे। इन्हें उम्मीद थी कि सोनिया हार का ठीकरा मुख्यमंत्री के सिर फोड़कर पांच माह बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी किसी नए मुख्यमंत्री को सौंप देंगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब शुक्रवार को पृथ्वीराज चह्वाण एवं माणिकराव ठाकरे की सोनिया से मुलाकात के बाद ऐसे मंद्दियों की छुट्टी के कयास लगाए जा रहे हैं जो अपने क्षेत्रों में कांग्रेस को नहीं जिता पाए।
कांग्रेस की सहयोगी राकांपा ने दो दिन पहले मंद्दिमंडल में अपने कोटे से एक नया मंद्दी शामिल कर परिवर्तन की शुरुआत कर दी है। माना जा रहा है कि कांग्रेस भी जल्द ही कुछ मंद्दियों की छुट्टी कर साफ सुथरी छवि वालों को मंत्रिमंडल में जगह दे सकती है। गौरतलब है कि पृथ्वीराज चह्वाण के नेतृत्व में कांग्रेस चुनाव भले हार गई हो, लेकिन उनकी छवि बेदाग है। संभवत: कांग्रेस आलाकमान ऐसे ही बेदाग चेहरों के सहारे विधानसभा चुनाव में भाजपा की चुनौती का सामना करना चाहती है।