एक पल में शख्स बना करोड़पति, अगले पल ठन ठन गोपाल! पढ़िए ये दिलचस्प किस्सा
एंड्रियास बकर्ले को जर्मन पॉप स्टार और एक्टर हरबर्ट ग्रोनीमेयर ने विजेता घोषित किया था। लेकिन फोन का जवाब न देने की वजह से वे विजेता बनने से चूक गए।
नई दिल्ली, एजेंसी। जरा सोचिये, अगर किसी को करोड़ों रूपयें मिले और अगले ही पल उसे छीन लिया जाए तो कैसा लगेगा। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। ठीक ऐसा ही स्विट्जरलैंड के एक शख्स के साथ हुआ है। दरअसल एक लाइव टीवी शो पर लॉटरी में उसे करोड़पति घोषित कर दिया गया था और बाद में आयोजकों ने उससे यह पुरस्कार तकनीकी त्रुटि का हवाला देकर वापस ले लिया।
एसआरएफ टीवी के हैप्पी डे नाम के इस शो में ड्रम से एंड्रियास बकर्ले नामक इस शख्स का नाम निकला, जिसके बाद इसे एक लाख स्विस फ्रैंक (794,000 यूरो) के पुरस्कार का विजेता घोषित कर दिया गया। इसके कुछ देर बाद पता चला कि उसका नाम इसमें गलती से जुड़ा है। यह पता चलने तक कार्यक्रम के आयोजकों में से एक ने पैसों से भरा ब्रीफ़केस खोल दिया जिसे लाइव टीवी पर लाखों लोगों ने देखा।
इस गलती के चलते बकर्ले करोड़पति बनने से चूक गए और स्विस लॉटरी के अधिकारी के अनुसार इसका नया विजेता फिर से घोषित किया जाएगा। शनिवार शाम को बकर्ले को जर्मन पॉप स्टार और एक्टर हरबर्ट ग्रोनीमेयर ने विजेता घोषित किया था। लेकिन फोन का जवाब न देने की वजह से वे विजेता बनने से चूक गए।
बीबीसी ने बताया कि पुंटर्स ने स्विसोसोल द्वारा आयोजित ड्रा में प्रवेश करने के लिए 10 स्विस फ़्रैंक (8 यूरो) का भुगतान किया था और 10 खिलाड़ियों को चुना गया था। संभावित विजेताओं के नाम ग्रोनीमेयर और सो के प्रस्तुतकर्ता रोबी कोल्लर के पीछे एक स्क्रीन पर दिखाई दिए।
सभी 10 खिलाड़ियों को एक फोन कॉल का जवाब देना था और इसमें दो अतिरिक्त लॉट जोड़े गए क्योंकि मूल 10 में से एक ने स्पष्ट रूप से जवाब नहीं दिया और दूसरे का फोन नंबर नहीं था। लेकिन अतिरिक्त दो में से एक से संपर्क नहीं किया जा सका जिससे आयोजकों ने नंबर 13 को स्थानांतरित कर दिया। यहां भ्रम की स्थिति थी क्योंकि स्क्रीन पर 10 के बजाय सिर्फ नौ नाम दिखाई दे रहे थे। समय निकला जा रहा था और लॉटरी अधिकारी ने गलती से ड्रम में 11 नाम डाल दिए। उसमें से बकर्ले का नाम निकला, लेकिन जब ग्रेनमेयर ने उन्हें फोन किया तो उन्होंने उसका जवाब नहीं दिया था। इस वजह से हैप्पी डे कार्यक्रम के सीधा प्रसारण का अंत बिना किसी विजेता के हुआ।