नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति रोकने के लिए राष्ट्रपति से गुहार
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकपाल की नियुक्ति रोकने के लिए मनमोहन सिंह सरकार पर दबाव बनाने में सफल रही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अब नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति रोकने के प्रयास में जुट गई है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर नई सरकार बनने तक अगले सेनाध्यक्ष की नियुक्त पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी के
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। लोकपाल की नियुक्ति रोकने के लिए मनमोहन सिंह सरकार पर दबाव बनाने में सफल रही भारतीय जनता पार्टी अब नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति रोकने के प्रयास में जुट गई है। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर नई सरकार बनने तक अगले सेनाध्यक्ष की नियुक्त पर रोक लगाने की मांग की है। पार्टी के मुताबिक, जाने वाली सरकार को अगले सेनाध्यक्ष की नियुक्ति नहीं करनी चाहिए। उसे यह फैसला अगली सरकार पर छोड़ देना चाहिए।
दरअसल रक्षा मंत्रालय ने अगले सेनाध्यक्ष के लिए वाइस चीफ ऑफ स्टॉफ लेफ्टिनेंट जनरल दलबीर सिंह सुहाग के नाम की सिफारिश की है। मौजूदा सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह के रिटायर होने के बाद सुहाग उनका स्थान ले सकते हैं। लेकिन भाजपा के टिकट पर गाजियाबाद से चुनाव लड़ रहे पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने अगले सेनाध्यक्ष के रूप में सुहाग का नाम आगे करने को लेकर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर लोकतांत्रिक नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। भाजपा चुनाव आयोग से नियुक्ति रोकने की गुहार लगा चुकी है।
वैसे सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि कानूनन उसके पास सैन्य नियुक्तियों पर फैसले लेने का अधिकार है और चुनाव आयोग भी इसके लिए हरी झंडी दे चुका है। उसके अनुसार, आचार संहिता रक्षा संबंधी मामलों पर लागू नहीं होती। इसमें सैन्य बलों की भर्ती, पदोन्नति या सेवा संबंधी अन्य मामले शामिल हैं। दरअसल, मौजूदा सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह का कार्यकाल जुलाई, 2014 में समाप्त हो रहा है। सामान्य प्रक्रिया के अनुसार सेना प्रमुख का कार्यकाल पूरा होने से करीब दो-तीन महीने पहले नए सेनाध्यक्ष की नियुक्ति का एलान हो जाता है।