बकरीद पर विवेकानंद की प्रतिमा ढंकने के मामले में 'छोटे' पर गाज
बकरीद पर महापुरुषों की प्रतिमाओं पर पर्दे डलवाने वाले अफसरों ने अपनी भयंकर भूल का ठींकरा छोटे कर्मचारी पर फोड़ दिया। मामला सुर्खियां बना तो पूरा प्रशासन अपनी गर्दन बचाने में लग गया। आखिरकार अपर नगर आयुक्त ने जांच में सफाई निरीक्षक संदीप भार्गव को दोषी मानते हुए उनके निलंबन
फीरोजाबाद, जागरण संवाददाता। बकरीद पर महापुरुषों की प्रतिमाओं पर पर्दे डलवाने वाले अफसरों ने अपनी भयंकर भूल का ठींकरा छोटे कर्मचारी पर फोड़ दिया। मामला सुर्खियां बना तो पूरा प्रशासन अपनी गर्दन बचाने में लग गया। आखिरकार अपर नगर आयुक्त ने जांच में सफाई निरीक्षक संदीप भार्गव को दोषी मानते हुए उनके निलंबन की संस्तुति कर दी। इससे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने नगर निगम का घेराव कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
शुक्रवार को गांधी पार्क चौराहे के निकट स्थित ईदगाह पर नमाज हुई थी। इसे लेकर प्रशासन ने बृहस्पतिवार रात चौराहे पर लगी स्वामी विवेकानंद और पद्मभूषण बनारसी दास चतुर्वेदी की प्रतिमाओं पर कपड़ा लपेटवा दिया था। शुक्रवार सुबह नमाज के दौरान शहर के प्रमुख लोगों की निगाहें कपड़े में लिपटी प्रतिमाओं पर पड़ी, तो वे चौंक गए। इसे लेकर गणमान्य नागरिकों ने आपत्ति भी दर्ज कराई। प्रशासन ने किसी की नहीं सुनी और ईद की नमाज के बाद ही इन पर ढांपे गए कपड़े हटवाए गए। उस दौरान डीएम विजय किरन आनंद, एसपी पीयूष श्रीवास्तव और नगर आयुक्त राम औतार रमन समेत हर अधिकारी ने इस कृत्य से अनभिज्ञता जताते हुए पल्ला झाड़ लिया था। मामले के तूल पकडऩे पर डीएम को नगर आयुक्त को जांच कराने के आदेश देने पड़े।