सुरेश भैयाजी जोशी तीन साल के लिए फिर से चुने गए RSS के सरकार्यवाह
सुरेश भैयाजी जोशी को एक बार फिर अगले तीन साल के लिए सर्वसम्मति से आरएसएस का सरकार्यवाह चुन लिया गया।
नागपुर (एजेंसी)। मुंबई, 10 मार्चः अनेक अटकलों को खारिज करते हुए सुरेश जोशी उर्फ भैयाजी जोशी को लगातार चौथी बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सरकार्यवाह (महासचिव) चुन लिया गया है। हाल के वर्षों में इस पद पर इतने लंबे समय तक रहनेवाले वह एच.वी.शेषाद्रि के बाद दूसरे व्यक्ति होंगे।
भैयाजी जोशी का पुनर्निर्वाचन नागपुर में चल रही संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के दूसरे दिन शनिवार को किया गया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख यानी सरसंघचालक के बाद यह सबसे महत्त्वपूर्ण पद होता है। रविवार को भैयाजी जोशी अगले तीन वर्षों के लिए अपनी नई टीम का चयन करेंगे। सरकार्यवाह का चुनाव आज एक निर्धारित प्रक्रिया के तहत संपन्न हुआ। जिसमें मध्य क्षेत्र के संघचालक अशोक सोहोनी चुनाव अधिकारी थे।
भैयाजी के नाम का प्रस्ताव पश्चिम क्षेत्र के संघचालक जयंतीभाई भदेसिया ने किया। जिसका समर्थन पूर्वी उत्तरप्रदेश के संघचालक वीरेंद्र पराक्रमादित्य, द्रविण क्षेत्र के कार्यवाह राजेंद्र एवं असम क्षेत्र के संघचालक डॉ. उमेश चंद्रा ने किया। चूंकि किसी और नाम का प्रस्ताव नहीं आया था, इसलिए भैयाजी जोशी को निर्विरोध सरकार्यवाह घोषित कर दिया गया। प्रतिनिधि सभा में मौजूद 1500 से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधियों ने भी सरकार्यवाह के रूप में भैयाजी जोशी के नाम का समर्थन किया। उनका चुनाव मार्च 2021 तक के लिए किया गया है।
कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार भैयाजी जोशी के स्थान पर कर्नाटक मूल के दत्तात्रेय होसबाले को सरकार्यवाह चुना जा सकता है। होसबाले फिलहाल सहसरकार्यवाह की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। भैयाजी जोशी को पहली बार मार्च 2009 में सरकार्यवाह चुना गया था, जब तत्कालीन सरसंघचालक के.एस.सुदर्शन ने स्वास्य्, कारणों से अपना पद छोड़ दिया था। तब उस समय सरकार्यवाह की जिम्मेदारी निभा रहे मोहन भागवत को सरसंघचालक चुना गया था और सहसरकार्यवाह की जिम्मेदारी निभा रहे भैयाजी जोशी को सरकार्यवाह बनाया गया था।
भैयाजी संघ के अखिल भारतीय सेवा प्रमुख भी रह चुके हैं। सरकार्यवाह पद पर भैयाजी जोशी के पुनर्निर्वाचन का एक अर्थ यह भी निकाला जा रहा है कि संघ अगले लोकसभा चुनाव से पहले अपने संगठन में कोई बड़ा बदलाव नहीं करना चाहता।