सूरत रेलवे स्टेशन की बदलेगी ‘सूरत’, बनेगा एयरपोर्ट जैसी सुविधाओं वाला तीसरा स्टेशन
हबीबीगंज और गांधीनगर के बाद सूरत रेलवे स्टेशन के कायाकल्प की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। इन स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं मुहैया होंगी।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। सूरत रेलवे स्टेशन देश का तीसरा और गुजरात का दूसरा रेलवे स्टेशन होगा जहां वर्ल्ड क्लास की सुविधाएं होंगी। इससे पहले राज्य में गांधीनगर रेलवे स्टेशन की कायापलट हो चुकी है। यह बदलाव रेलवे मंत्रालय के रीडेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत किया जा रहा है।
मंत्रालय के एक लाख करोड़ रुपये के स्टेशन रीडेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत यह स्टेशन एयरपोर्ट जैसी अनेकों सुविधाओं से लैस होगी। अधिकारियों ने बताया, गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम ओर सूरत नगर निगम के संयुक्त उद्यम SITCO, ने मल्टी-मोडल परिवहन केंद्र के विकास के लिए योग्यता (रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन,आरएफक्यू) और प्रस्ताव (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल, आरएफपी) के लिए अनुरोध आमंत्रित किया है।
आइआरएसडीसी मैनेजिंग डायरेक्टर एसके लोहिया ने बताया, यह केंद्र करीब 5,000 करोड़ के लागत से बनाया जाएगा और उम्मीद है कि यह 2020 तक तैयार हो जाएगा। यह अनोखा प्रोजेक्ट है। केंद्र, राज्य और शहरी स्थानीय निगम एक साथ मिलकर काम करेंगे। यह कार्य इस साल शुरू हो जाएगा।
स्टेशन का कुल एरिया 3,19,700 sqm होगा। इसमें 900 गाड़ियों के लिए पार्किंग स्पेस भी होगा। उम्मीद जताई गयी है कि यहां हर दिन करीब 3,49,684 यात्री जमा होंगे। देश का पहला दो व्लर्ड क्लास स्टेशन हबीबगंज और गांधीनगर है जो अगले साल के शुरुआत तक तैयार हो जाएगा। हबीबगंज रेलवे स्टेशन निश्चित समय जून 2019 से 6 माह पहले दिसंबर 2018 तक तैयार हो जाएगा। वहीं गांधीनगर स्टेशन जनवरी 2019 तक तैयार हो जाएगा। इंडियन रेलवे स्टेशन कार्पोरेशन (IRSDC) की ओर से इस बात का पूरा प्रयास है कि अगले डेढ़ साल में कम से कम तीन एयरपोर्ट जैसे रेलवे स्टेशन तैयार किए जाएं।