Move to Jagran APP

'पाकिस्तान के चार टुकड़े होना जरूरी, तभी चीन- भारत के संबंधों में होगा सुधार'

अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि पाकिस्तान के चार टुकड़े होना जरूरी है।

By Kishor JoshiEdited By: Published: Sun, 30 Jul 2017 08:56 AM (IST)Updated: Sun, 30 Jul 2017 03:05 PM (IST)
'पाकिस्तान के चार टुकड़े होना जरूरी, तभी चीन- भारत के संबंधों में होगा सुधार'
'पाकिस्तान के चार टुकड़े होना जरूरी, तभी चीन- भारत के संबंधों में होगा सुधार'

जयपुर (जेएनएन)। भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी का मानना है कि जिहादी ताकतों को कमजोर करना है तो पाकिस्तान के चार टुकड़े होना जरूरी है। शनिवार को जोधपुर पहुंचे स्वामी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान के चार टुकड़े होने पर ही चीन से हमारे संबंध सुधरेंगे।

loksabha election banner

स्वामी ने कहा कि यही समय है जब पाकिस्तान को बक्तूनिस्तान, बलूचिस्तान, सिंध और पश्चिमी पंजाब में बांटकर वहां अमन कायम करने का प्रयास किया जा सकता है। स्वामी ने कहा कि पाकिस्तान में नागरिक प्रशासन और सेना नवाज शरीफ जैसे दब्बू प्रधानमंत्री को पसंद नहीं करती थी। इस कारण उन्हें हटा दिया गया है। उन्हें वहां जेहादी प्रधानमंत्री चाहिए। अब वे ऐसा ही कोई प्रधानमंत्री चुनेंगे।

चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर डॉ. स्वामी ने कहा कि हमें चीन के साथ रिश्ते मजबूत करने होंगे। बिहार के घटनाक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब घर वापस आ गए हैं। हम तो गए नहीं उनके पास। यदि कोई घर वापस आता है तो हम उसका विरोध नहीं करेंगे। अब वह वापस जाने से पहले दस बार सोचेंगे। हम तो मुस्लिम समुदाय से भी यही कहते हैं कि वे घर वापसी कर लें। उनके पूर्वज हिंदू थे। ऐसे में वे भी वापसी कर सकते हैं।

गुजरात के कुछ विधायकों को बेंगलुर में रखने को लेकर चल रहे घटनाक्रम के बारे में डॉ. स्वामी ने कहा कि विधायकों को पिंजरे में रखा जा रहा है। सब भाजपा में आएंगे। उन्होंने कटाक्ष किया कि भाजपा में घास लगी है। इसे खाने के लिए सब आएंगे। उन्हें कैदी बनाकर रखा जा रहा है।

यह भी पढ़ें: सुप्रीम कोर्ट में जल्द होगी अयोध्या केस की सुनवाई, स्वामी ने कहा- जय श्री राम

यह भी पढ़ें: नेशनल हेराल्ड केस: कोर्ट ने सोनिया-राहुल व अन्य आरोपियों से मांगा जवाब


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.