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सोशल मीडिया पर पर्यटन स्थल की खूबियों का प्रचार-प्रसार करेंगे छात्र, Tourism को बढ़ावा देंगे विश्वविद्यालय

देश के युवाओं में पर्यटन का रुझान बढ़ाने के लिए देश भर में एक नया अभियान चलाने की तैयारी की जा रही है। पीएम के निर्देश पर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इसे लेकर एक विस्तृत योजना तैयार की है।

By Jagran NewsEdited By: Piyush KumarPublished: Thu, 26 Jan 2023 07:35 PM (IST)Updated: Thu, 26 Jan 2023 07:35 PM (IST)
सोशल मीडिया पर पर्यटन स्थल की खूबियों का प्रचार-प्रसार करेंगे छात्र, Tourism को बढ़ावा देंगे विश्वविद्यालय
देश भर में युवाओं के प्रति पर्यटन के प्रति रुझान बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। युवाओं में पर्यटन के प्रति रुझान बढ़ाने के लिए देश भर में एक नया अभियान चलाने की तैयारी है। जिसकी अगुवाई विश्वविद्यालय करेंगे। प्रधानमंत्री के निर्देश के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने इसे लेकर एक विस्तृत योजना तैयार की है। इसके तहत प्रत्येक विश्वविद्यालय को अब किसी एक पर्यटन स्थल को गोद लेना होगा। साथ ही वहां साल भर छात्रों से जुड़ी गतिविधियां संचालित करनी होगी।

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पर्यटन स्थल की खूबियों का प्रचार-प्रसार करेंगे छात्र

इस दौरान वह छात्रों को गोद लिए गए पर्यटन स्थलों का भ्रमण कराने के साथ वहां की जरूरतों को लेकर सुझाव भी लेंगे। साथ ही उसकी रिपोर्ट स्थानीय प्रशासन और पर्यटन विभाग को देंगे। इस पहल के तहत छात्र सोशल मीडिया या इंटरनेट के जरिए पर्यटन स्थल की खूबियों का प्रचार-प्रसार करेंगे और अपने अनुभव साझा करेंगे। यूजीसी के मुताबिक इस मुहिम का उद्देश्य सभी पर्यटन स्थलों पर मूलभूत सुविधाओं के विकास के साथ युवाओं के बीच पर्यटन के प्रति रुझान भी बढ़ाना है। ताकि वह आने वाले दिनों में पर्यटन दूत के रूप में काम कर सकें।

ऐतिहासिक स्थलों को भी दिखाने की है मुहिम

विश्वविद्यालयों को इस अभियान में पर्यटन मंत्रालय भी मदद देगा। इस दौरान छात्रों के भ्रमण से जुड़ी व्यवस्थाओं में वह मदद करेगा। स्मारकों में उन्हें निशुल्क प्रवेश देगा। कोरोना के बाद पर्यटन को नई रफ्तार देने के लिए केंद्र ने यह नई पहल की है। इसके तहत विश्वविद्यालय अपने छात्रों को साल में एक बार गोद लिए गए पर्यटन स्थलों पर भ्रमण के लिए ले जाएंगे।

इसके साथ इस मुहिम में ऐसे स्मारकों और ऐतिहासिक स्थलों को भी दिखाने की है, जो देश की संस्कृति और इतिहास से जुडे है। गौरतलब है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में छात्रों को साल में कम से कम एक बार पर्यटन स्थलों को दिखाने की सिफारिश की गई है।

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