Lockdown: चीन से मेडिकल सप्लाई लेकर आया स्पाइसजेट, दवाओं व प्रोटेक्टिव गियर समेत कई सामान
महामारी के दौरान दूसरे देशों में फंसे भारतीय नागरिकों की वापसी समेत दूसरे देशों से मेडिकल सप्लाई लाने में एयरलाइन ने अहम भूमिका निभाई है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। चीन से कोविड-19 के लिए दवाओं व प्रोटेक्टिव गियर भारत मंगवाया गया है यह जानकारी गुरुवार को स्पाइसजेट ने दी। स्पाइसजेट ने एक रिलीज के जरिए बताया कि इसके विमान के जरिए ही चीन से मेडिकल सप्लाई भारत पहुंचा है। एयरलाइन ने बताया कि इसका विमान चीन के गुआंगझू से बुधवार रात दिल्ली पहुंचा।
एयरलाइन ने रिलीज में जानकारी दी इस कार्गो विमान ने बुधवार को कोलकाता से सुबह 10:30 बजे उड़ान भरी थी। मेडिकल के सभी सामानों को लेने के बाद यह वापस रात 8.20 मिनट पर कोलकाता आ गई। इसके बाद कोलकाता से रात 9 बजे B737 विमान ने उड़ान भरी और रात 11.15 पर दिल्ली पहुंच गई। एयरलाइन ने बताया कि इस विमान के जरिए दवाएं और प्रोटेक्टिव गियर समेत 14 टन मेडिकल सप्लाई को मंगवाया गया है।
24 मार्च की मध्यरात्रि से भारत में लॉकडाउन लागू है। पिछले साल के अंत में चीन के वुहान में पहला कोविड-19 संक्रमण का मामला आया था। इसके बाद कुछ ही महीनों के दौरान इस घातक वायरस ने दुनिया के 200 से अधिक देशों को चपेट में ले लिया। भारत में इस नॉवेल कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण 33,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं और अब तक 1,070 लोगों की मौत हो चुकी है। लॉकडाउन के दौरान तमाम कॉमर्शियल पैसेंजर विमानों को रद कर दिया गया है।
जब से लॉकडाउन शुरू हुआ तब से ही विमानों की भूमिका काफी खास हो गई क्योंकि दूसरे देशों से जरूरी मेडिकल सप्लाइ समेत देश के नागरिकों को लाने का एकमात्र जरिया यही रहा। स्पाइसजेट (SpiceJet) के 651 विमानों के जरिए अब तक 4,750 टन से अधिक सामान देश में लाया गया। इनमें 233 इंटरनेशनल कार्गो विमान थे।
लॉकडाउन के दौरान आय में कमी का हवाला देते हुए स्पाइसजेट की ओर से पायलटों की अप्रैल और मई के वेतन पर रोक लगा दी गई। जिन पायलटों की कार्गो फ्लाइट के लिए ड्यूटी लगाई। साथ ही यह भी बताया कि ब्लॉक आवर फ्लॉन के अनुसार इन्हें भुगतान किया जाएगा। कंपनी के चीफ ऑफ फ्लाइट ऑपरेशन कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने इस बात की जानकारी सभी पायलटों को मेल के जरिए दिया।