स्पाइसजेट और गोएयर ने स्टाफ को छुट्टी पर भेजा, जितने दिन किया काम, उतना ही मिलेगा वेतन
निजी विमानन कंपनियों स्पाइसजेट और गोएयर ने अपने कई कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजने का फैसला किया है। जानें कितनी सेलरी वालों को भेजा गया है छुट्टी पर...
मुंबई, पीटीआइ। निजी विमानन कंपनियों स्पाइसजेट और गोएयर ने अपने कई कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक, स्पाइसजेट ने 50,000 रुपये से ज्यादा मासिक वेतन वाले कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा है। ऐसा अगले तीन महीने तक किया जा सकता है। अप्रैल का वेतन भी उतने ही दिनों का मिलेगा, जितने दिन वे काम पर आए हैं। इससे पहले कंपनी ने 25 से 31 मार्च तक कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजा था।
गोएयर ने भी अपनी सभी उड़ानें स्थगित होने के कारण अपने ज्यादातर कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजा है। मार्च में गोएयर ने वेतन में कटौती के साथ कर्मचारियों को रोटेशनल आधार पर बिना वेतन छुट्टी पर जाने को कहा था। कंपनी ने जरूरत पड़ने पर आगे भी कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर भेजने की बात कही है। देशव्यापी लॉकडाउन के चलते सभी घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें स्थगित होने के चलते कंपनियां ऐसे कदम उठा रही हैं।
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाने के लिए 25 मार्च से भारत में लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन का पहला चरण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक था। 14 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा दिया है। इस अवधि के दौरान सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। इससे एयरलाइनों ने महीने के अंत तक की तिथियों के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों बुकिंग बंद कर दी है।
देशव्यापी लॉकडाउन के चलते एयरलाइन सेक्टर बुरी तरह प्रभावित भी हुआ है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ान पूरी तरह ठप पड़े हैं। विमानन कंपनी गोएयर ने कहा था कि वह अपने कर्मचारियों के मार्च माह के वेतन के एक हिस्से का भुगतान अप्रैल के वेतन के साथ करेगी। यही नहीं एयरलाइन ने खर्च में कटौती के लिए वेतन में कटौती के अलावा अन्य खर्चों में भी कमी की है। एयरलाइन ने दूसरे देश में काम करने वाले अपने पायलटों को फौरी तौर पर हटा दिया था।