मानव संसाधन विकास मंत्रालय की खास पहल, अलग रिसर्च और इनोवेशन डिवीजन किया जा रहा स्थापित
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत आने वाले विभिन्न संस्थानों में अनुसंधान कार्यो में समन्वय स्थापित करने वाली इस डिवीजन के प्रमुख एक निदेशक होंगे।
नई दिल्ली, प्रेट्र। देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय एक समर्पित रिसर्च और इनोवेशन डिवीजन स्थापित कर रहा है। केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत आने वाले विभिन्न संस्थानों में अनुसंधान कार्यो में समन्वय स्थापित करने वाली इस डिवीजन के प्रमुख एक निदेशक होंगे। निशंक ने यह घोषणा उसी दिन की जब मंत्रालय ने प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप का दायरा बढ़ाने की घोषणा की है।
विदेश में सीबीएसई परीक्षाओं पर मंथन जारी
विदेश में सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में लंबित 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं कराई जाएं अथवा नहीं, इस पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय में मंथन जारी है। इस संबंध में संबंधित देशों के राजदूतों और शिक्षा मंत्रियों से बातचीत की जा रही है। मालूम हो कि 25 देशों में सीबीएसई से संबद्ध 210 स्कूल हैं।
पीएम रिसर्च फेलोशिप अब हर किसी के लिए
वहीं, दूसरी ओर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने शोध को बढ़ावा देने के लिए शुरु की गई प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप स्कीम का दायरा बढ़ा दिया गया है। इसका लाभ अब देश के किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्र्वविद्यालय से विज्ञान और प्रौद्योगिकी में डिग्री कोर्स की पढ़ाई करने वाले छात्र ले सकेंगे। हालांकि इसके लिए भी गेट ( ग्रेजुएट एप्टीट्यूट टेस्ट) में न्यूनतम स्कोर 650 या फिर सीजीपीए न्यूनतम आठ होना जरूरी होगा। इसके साथ ही अब लेटरेल इंट्री से भी इनमें प्रवेश दिया जाएगा। छात्रों और संस्थानों की मांग को देखते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को योजना से जुड़े कई अहम बदलावों को मंजूरी दी है। इस बदलावों में फिलहाल जो सबसे अहम है, उनमें गेट में न्यूनतम 750 अंको को हासिल करने की पात्रता को घटाते हुए अब 650 अंक कर दिया है।