CAB Protest Social Media Reaction: PM मोदी बोले- किसी भी भारतीय के खिलाफ नहीं है नागरिकता कानून
CAB Protest Social Media Reaction पीएम मोदी ने कहा है कि यह शांति एकता और भाईचारा बनाए रखने का समय है। सभी से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह और झूठ से दूर रहें।
नई दिल्ली, जेएनएन।CAB Protest Social Media Reaction, नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में देश के कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली में हिंसक विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इसपर सोशल मीडिया पर नेताओं से लेकर कई तरह की हस्तियों की प्रतिक्रिया आ रही है।
हिंसक विरोध प्रदर्शन पर पीएम मोदी का ट्वीट
पीएम मोदी ने दिल्ली समेत कई राज्यों में नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए। हिंसक प्रदर्शन को लेकर एक ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा है कि यह शांति, एकता और भाईचारा बनाए रखने का समय है। सभी से अपील है कि किसी भी तरह की अफवाह और झूठ से दूर रहें।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2019
पीएम मोदी ने हिंसक प्रदर्शन पर ट्वीट करते हुए लिखा कि समय की मांग है कि हम सभी भारत के विकास और प्रत्येक भारतीय, विशेषकर गरीब, दलित और हाशिए के सशक्तिकरण के लिए मिलकर काम करें।हम निहित स्वार्थ समूहों को हमें विभाजित करने और अशांति पैदा करने की अनुमति नहीं दे सकते।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2019पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मैं अपने साथी भारतीयों को असमान रूप से आश्वस्त करना चाहता हूं कि नागरिक संशोधन अधिनियम किसी भी धर्म के किसी भी भारतीय नागरिक को प्रभावित नहीं करता है। किसी भारतीय को इस अधिनियम के बारे में चिंता करने की कोई बात नहीं है। यह अधिनियम केवल उन लोगों के लिए है, जिन्होंने वर्षों से उत्पीड़न का सामना किया है और भारत को छोड़कर उनके पास जाने के लिए कोई अन्य जगह नहीं है।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2019
नागरिकता संशोधन कानून पर हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच पीएम मोदी ने ट्वीट कर इसपर गहरा दुख जताया है।इसको लेकर पीएम मोदी ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए हैं। पीएम ने कहा है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम पर हिंसक विरोध दुर्भाग्यपूर्ण और गहरा दुखद है। बहस, चर्चा और असंतोष लोकतंत्र के आवश्यक अंग हैं, लेकिन कभी भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा और ना ही सामान्य जनजीवन में कभी इसकी वजह से अशांति फैली।
पीएम ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 संसद के दोनों सदनों द्वारा भारी समर्थन के साथ पारित किया गया था। बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों और सांसदों ने इसके पारित होने का समर्थन किया।यह अधिनियम भारत की सदियों पुरानी संस्कृति की स्वीकृति, सद्भाव, करुणा और भाईचारे को दर्शाता है।
केजरीवाल ने जताई चिंता
दिल्ली में रविवार को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद बिगड़े हालात पर सीएम केजरीवाल ने चिंता जताई है। केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, 'दिल्ली की बिगड़ी क़ानून व्यवस्था को लेकर मैं बहुत चिंतित हूँ। दिल्ली में तुरंत शांति बहाल की जाए- इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह जी से मिलने का समय मांगा है।'
जयराम रमेश ने खटखटाया SC का दरवाजादिल्ली की बिगड़ी क़ानून व्यवस्था को लेकर मैं बहुत चिंतित हूँ। दिल्ली में तुरंत शांति बहाल की जाए- इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह जी से मिलने का समय माँगा है।— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 16, 2019
जयराम रमेश ने नागरिकता कानून पर भड़की हिंसा के बीच ट्वीट कर कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम के कारण पैदा हुई स्थितियों को देखते हुए आज मैंने मामले की तत्काल सुनवाई के लिए माननीय उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।माननीय न्यायाधीशों ने मेरी चुनौती को बुधवार को सूचीबद्ध करने पर सहमति व्यक्त की है।
Given the urgent situation that has developed around the rushed & insidious Citizenship Amendment Act, I approached the Hon’ble Supreme Court to hear my matter urgently.
The Hon’ble judges have agreed to list my challenge to the same on Wednesday i.e. day after tomorrow.— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) December 16, 2019
कांग्रेस का PM मोदी पर हमला
कांग्रेस ने पीएम मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उनपर हमला बोला है। उन्होंने इसको लेकर अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर टिप्पणी की है।
— Congress (@INCIndia) December 16, 2019राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला
राहुल गांधी ने नागरिकता कानून को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, 'CAB और NRC भारत पर फासीवादियों द्वारा फैलाए गए बड़े ध्रुवीकरण के हथियार हैं।मैं उन सभी के साथ एकजुटता से खड़ा हूं जो सीएबी और एनआरसी के खिलाफ शांति से विरोध कर रहे हैं।'
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2019
तारेक फतेह ने जताया विरोध
दिल्ली में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शन पर पाकिस्तान के स्कॉलर तारेक फतेह ने अपनी प्रतिक्रिया ट्विटर के माध्यम से जाहिर की है। तारेक फतेह ने ट्वीट में दिल्ली में नारेबाजी का जिक्र करते हुए कहा कि 1940-47 में भी इसी तरह के नारे उठाए गए थे, जिसके कारण भारत में पंजाब और बंगाल में हिंदुओं के नरसंहार बढ़ा। उन्होंने आगे लिखा कि ऐसा फिर नहीं होना चाहिए।ट्वीट के आखिरी हिस्से में तारेक फतेह ने ऐसे लोगों को लेकर अपना गुस्सा भी जाहिर किया है।
Provocative slogan in Delhi:
"Hinduon se leynge Azadi"
(Grab freedom from Hindus)
Same slogan was raised in 1940-47 that led to the amputation of India's limbs and the genocide of Hindus in Punjab & Bengal. Never again.
My response: "Go to Pakistan" https://t.co/i2kAdusIGE" rel="nofollow— Tarek Fatah (@TarekFatah) December 16, 2019
दिग्विजय सिंह ने लगाए आरोप
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने नागरिकता कानून पर बोलते हुए कहा है कि ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, एक राष्ट्र जो विभाजन के आघात से गुज़रा और नेहरू पटेल के नेतृत्व की वजह से आज़ाद अंबेडकर विश्व के सबसे बड़े सफल लोकतंत्र बन गए, एक बार फिर मोदी सरकार द्वारा चरम सांप्रदायिक विभाजन में फेंक दिया जा रहा है।