जम्मू-कश्मीरः अलगाववादियों पर कसेगा शिकंजा, NIA में 16 पुलिस अधिकारी नियुक्त
एनआइए की मई में कश्मीर में अवैध गतिविधियों के लिए पाकिस्तान द्वारा भेजे जा रहे कथित धन की जांच के लिए श्रीनगर गई थी।
नई दिल्ली, एएनआइ। जम्मू और कश्मीर के 16 पुलिस अधिकारियों को तीन साल की अवधि के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) में नियुक्त किया गया है, ताकि घाटी में अलगाववादियों से जुड़े टेरर फंडिंग के मामलों में उनकी मदद ली जा सके। एनआइए टेरर फंडिंग में मामले में हुर्रियत नेताओं पर नेकल कस रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एनआइए में नियुक्त किए गए ऑफिसर्स में पुलिस अधीक्षक (एसपी) और दो उप-पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) शामिल हैं। इससे पहले जून में एनआइए ने आतंकवादियों के ठिकानों पर टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में छापेमारी की थी। इस दौरान जिन अलगाववादियों के घरों और अन्य ठिकानों पर छापेमारी हुई, उनमें हुर्रियत नेता राजा कलवाल और हाल ही में निलंबित हुर्रियत नेता नईम खान हैं।
बताया जा रहा है कि इस छापेमारी के दौरान एनआइए के हाथ कम से कम डेढ़ करोड़ रुपये नगदी, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के लेटरहेड, पेन ड्राइव और लैपटॉप लगे थे। एनआइए की मई में कश्मीर में अवैध गतिविधियों के लिए पाकिस्तान द्वारा भेजे जा रहे कथित धन की जांच के लिए श्रीनगर गई थी। इस दौरान एनआइए ने कश्मीर में टेरर फंडिंग के लिए हवाला और अन्य चैनलों के माध्यम से पैसे जुटाने और उसे आतंकियों तक पहुंचाने में अलगाववादियों की भागीदारी के संबंध में पूछताछ की थी।
इधर एनआइए हवाला ऑपरेटर्स के खिलाफ लगातार शिकंजा कस रही है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि कश्मीर में हवाला ऑपरेटर्स के एक्टिव रहने के कारण ही पत्थरबाज हावी हो रहे हैं और सेना व सरकार के हर फैसले के खिलाफ सड़कों पर छात्रों को उतरने के लिए उकसा रहे हैं।
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