रीढ़ की हड्डी के उपचार में रेशम मददगार
ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड और एबरडीन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एंथेराइन पार्नी (एपी) कीड़े से निर्मित रेशम में रीढ़ को ठीक करने के महत्वपूर्ण गुण की खोज की।
नई दिल्ली (जेएनएन)। क्षतिग्रस्त रीढ़ की हड्डी को रेशम से ठीक करने की दिशा में संभावनाएं पाई गई हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि एशियाई रेशम के कीड़ों से बने रेशम में ऐसे गुण होते हैं जो क्षतिग्रस्त रीढ़ की मरम्मत करने के अनुकूल हो सकते हैं। इस रेशम में मस्तिष्क की चोट को भी ठीक करने की क्षमता हो सकती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, अभी ऐसा कोई उपचार नहीं है जिससे रीढ़ की गंभीर चोट को ठीक किया जा सके। इसकी बड़ी वजह यह है कि रीढ़ की नसें चोटिल टिश्यू की बाधा को पार नहीं कर पाती हैं। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड और एबरडीन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एंथेराइन पार्नी (एपी) कीड़े से निर्मित रेशम में रीढ़ को ठीक करने के महत्वपूर्ण गुण की खोज की। इसमें उन्होंने कुछ बदलाव किए और पाया कि यह रेशम चोट वाली जगह पर सेतु की तरह काम करता है और नसों की वृद्धि में मदद करता है। दुनियाभर में हर साल ढाई से पांच लाख लोग रीढ़ की चोट से प्रभावित होते हैं।