कोरोना में सुधार के संकेत, जानिए किन राज्यों में स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या एक्टिव मरीजों से ज्यादा
Coronavirus Updates भारत में ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत ज्यादा है और यह लगभग 24 फीसदी पहुंच गया है।
नीलू रंजन, नई दिल्ली। दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों को छोड़ दें तो बाकि देश में कोरोना के हालात में तेजी से सुधार के संकेत मिल रहे हैं। खासतौर पर हरियाणा, कर्नाटक और तमिलनाडु में कोरोना से ठीक हुए मरीजों की संख्या एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या से कहीं ज्यादा हो गई है। उत्तर प्रदेश में मरीजों की संख्या तो बढ़ रही है, लेकिन ठीक मरीजों की संख्या को निकाल दें तो एक्टिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी की दर थमने लगी है। 15 अप्रैल को देश में कुल 170 जिले रेड जोन में थे, अब उनकी संख्या कम होकर 129 रह गई है। वहीं ऑरेंज जोन वाले जिलों की संख्या 207 से बढ़कर 250 पहुंच गई है।
भारत में लगभग 24 फीसद मरीज हो रहे ठीक
भारत में ठीक होने वाले मरीजों का प्रतिशत ज्यादा है और यह लगभग 24 फीसदी पहुंच गया है। कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई में फिलहाल केरल, हरियाणा और तमिलनाडु सबसे आगे है। केरल में 486 मरीजों में से 359 स्वस्थ हो चुके हैं, चार की मौत हुई है और केवल 123 एक्टिव मरीज ही बचे हैं। इसी तरह से हरियाणा में अभी तक कुल 310 मरीजों में से 209 स्वस्थ्य और तीन की मौत हुई है। राज्य में एक्टिव मरीज 98 बच गए हैं। तमिलनाडु में कुल 2058 मरीजों में से 1168 स्वस्थ्य और 25 की मौत हुई है। वहीं 865 एक्टिव मरीज बचे हैं।
यूपी में अब तक 477 स्वस्थ्य हो चुके हैं
उत्तर प्रदेश में भी हालात में तेजी से सुधार आ रहा है। यहां तक अभी तक स्वस्थ्य हुए मरीजों की संख्या एक्टिव मरीजों से ज्यादा तो नहीं हुई है, लेकिन एक्टिव मरीजों की वृद्धि की दर थम जरूर गई है। उत्तर प्रदेश में अभी तक 2115 मरीजों में से 477 स्वस्थ्य हो चुके हैं और 36 की मौत हुई है। इनमें पिछले चार दिन में 288 मरीज स्वस्थ्य हुए हैं। परिणाम यह है कि पिछले चार दिन में एक्टिव मरीजों की संख्या 1504 से बढ़कर 1602 पहुंच पाई है। जबकि मंगलवार से बुधवार के बीच एक्टिव मरीजों की संख्या में पहली बार गिरावट देखी गई है।
महाराष्ट्र और गुजरात में बढ़ रहे मामले
सरकार की चिंता का सबब महाराष्ट्र और गुजरात है। 9318 केस साथ महाराष्ट्र पहले स्थान पर और 3774 केस के साथ गुजरात पहले और दूसरे स्थान पर बना हुआ है। वहीं शुरूआत में कम होने के बाद पिछले एक हफ्ते से दिल्ली में जिस तरह से नए मामलों की संख्या बढ़ रही है, उससे इसके संक्रमण के दूसरे वेब की आशंका गहरा गई है। 19 से 23 अप्रैल तक एक्टिव मरीजों की संख्या में तेज गिरावट के बाद राजधानी में स्थिति में सुधरने की उम्मीद की जा रही थी। लेकिन 24 अप्रैल के बाद स्वस्थ्य होने वाले मरीजों की बढ़ती संख्या के बावजूद में एक्टिव मरीज बहुत तेजी से बढ़े हैं। इसी तरह बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश सरकार के लिए चिंता का सबब बन गए हैं। इन राज्यों में पिछले कुछ दिनों से नए मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।