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हुर्रियत और उल्फा नेताओं को शांति वार्ता के लिए कुंभ आने का न्योता

एक हिंदू धर्मगुरु ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं और उल्फा तथा बोडो जैसे उग्रवादी संगठनों के प्रमुखों को यहां चल रहे कुंभ मेले के दौरान शांति पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया है।

By Murari sharanEdited By: Published: Tue, 18 Aug 2015 06:42 PM (IST)Updated: Tue, 18 Aug 2015 06:45 PM (IST)
हुर्रियत और उल्फा नेताओं को शांति वार्ता के लिए कुंभ आने का न्योता

नासिक। एक हिंदू धर्मगुरु ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं और उल्फा तथा बोडो जैसे उग्रवादी संगठनों के प्रमुखों को यहां चल रहे कुंभ मेले के दौरान शांति पर बातचीत के लिए आमंत्रित किया है।

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ओडिशा में जगन्नाथ पुरी में गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी अधिक्षाजानंद महाराज ने कहा- "मैंने कश्मीर, असम, नगालैंड, मेघालय, मिजोरम और अन्य राज्यों के श्रद्घालुओं को महाकुंभ में हिस्सा लेने का न्योता दिया है।"
उन्होंने कहा- "मैंने हुर्रियत कांफ्रेंस, उल्फा, बोडो और अन्य संगठनों के नेताओं को समस्याग्रस्त राज्यों में शांति स्थापना के लिए एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए भी कहा है।"

नागा शांति समझौते पर जताया संदेह

हाल में हुए नागा शांति समझौते पर शंकराचार्य ने यह कहते हुए संदेह व्यक्त किया कि इस तरह का एक समझौता अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी हुआ था, लेकिन समस्याएं बनी रहीं। उन्होंने कहा कि हाल के समझौते को अंतिम रूप देते समय तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को विश्वास में नहीं लिया गया।

शंकराचार्य ने "अध्यात्म", "यज्ञ" और "साधना" के जरिए भी समस्याओं को सुलझाने पर बल दिया। धर्मगुरु रविवार को कुंभ मेला पहुंचे, जहां उनके अनुयायियों ने उनका स्वागत किया। उन्होंने नासिक में कुंभ मेले को शांति और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया।


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