भारत ने लॉकडाउन में राजनीति और धर्म गतिविधियों के बिना जीना सीखा: वैज्ञानिक
नायर ने कहा सभी राजनीतिक गतिविधियों को पीछे छोड़ते हुए हर किसी को राष्ट्र निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
बेंगलुरु, पीटीआइ। देश ने राजनीति और धर्म गतिविधियों के बिना जीना सीख लिया है। यह कहना है प्रख्यात वैज्ञानिक जी माधवन नायर का। उनका कहना है कि सीओवीआईडी -19 के प्रसार को रोकने के लिए देश भर में लगाए गए लॉकडाउन में देशवासी राजनीति और धर्म से ऊपर उठकर सोच रहे हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के पूर्व अध्यक्ष ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया है।
उन्होंने कहा कि इस ट्रेंड को हर चुनाव के बाद जारी रखा जाना चाहिए, सभी राजनीतिक गतिविधियों को पीछे छोड़ते हुए, हर किसी को राष्ट्र निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। COVID-19 पर, नायर ने कहा कि ऐसे कई वायरस पृथ्वी पर निष्क्रिय हो चुके हैं। यह एक प्राकृतिक घटना है। उन्होंने कहा कि भारतीयों ने अपनी एकता का प्रदर्शन किया है, कोरोना वायरस के प्रसार का मुकाबला करने के लिए लड़ाई में किसी भी जाति, पंथ और राजनीतिक रंग के बिना एक साथ खड़े होकर, राष्ट्र निर्माण में एक ही दृष्टिकोण अपनाया जाना चाहिए।
कोरोना वायरस संकट के कारण देश में 21 दिनों का लॉकडाउन लगाया हुआ है। आंकड़े के अनुसार देश में अब तक 109 लोगों की मौत हो गई है। वहीं अब तक 4,067 मामले सामने आगए हैं। 3,666 का इलाज चल रहा है। 291 लोग ठीक हो गए हैं। पिछले 12 घंटे में 490 मामले बढ़े हैं। वहीं, दुनिया की बात करें तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)के अनुसार दुनियाभर के 209 देशों में 11,36,851 मामले सामने आ गए हैं। 62,955 लोगों की मौत हो गई है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BJP स्थापना दिवस के मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ये लंबी लड़ाई है, न थकना है, न हारना है। लंबी लड़ाई के बाद भी जीतना है। विजयी होकर निकलना है।आज देश का लक्ष्य एक है, मिशन एक है, और संकल्प एक है- कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में जीत।