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COVID-19: पहली बाहर सुप्रीम कोर्ट में हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई

सुप्रीम कोर्ट को बंद करने के लिए चीफ जस्‍टिस ऑफ इंडिया से अपील की गई है। SCAORA ने यह अपील नए कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए की है।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 23 Mar 2020 11:52 AM (IST)Updated: Mon, 23 Mar 2020 02:54 PM (IST)
COVID-19: पहली बाहर सुप्रीम कोर्ट में हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई
COVID-19: पहली बाहर सुप्रीम कोर्ट में हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई

 नई दिल्‍ली, माला दीक्षित। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए एहतियातन सुप्रीम कोर्ट में वीडिया कांफेंसिंग के जरिए मामलों की सुनवाई की गई। ऐसा पहली बार हुआ है जब कोर्ट ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से महत्वपूर्ण मामलों पर सुनवाई की। 

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दिल्‍ली व केरल हाईकोर्ट में भी काम ठप

वहीं दिल्ली हाईकोर्ट में भी सभी वकीलों के चैंबर को कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर आज शाम से 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया। एएनआइ के अनुसार, 8 अप्रैल तक केरल हाई कोर्ट (Kerala High Court) बंद रहेगा। केवल इमर्जेंसी मामलों में ही मंगलवार से शुक्रवार तक कोर्ट की कार्यवाही होगी।

सुप्रीम कोर्ट में वकीलों के चैंबर  सील 

नए कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में वकीलों के चैंबर मंगलवार शाम 5:00 बजे तक सील कर दिए जाएंगे। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में सीधी सुनवाई नहीं होगी और अर्जेंट मामलों में सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए की जाएगी। इसके लिए वकीलों को लिंक मुहैया कराया जाएगा जिससे वे वीडियो कांफ्रेसिंग कर पाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंगलवार शाम तक सभी वकीलों के चैंबरों को सील कर दिया जाएगा। चीफ जस्‍टिस एस ए बोबडे (Chief Justice S A Bobde) ने कहा कि शीर्ष कोर्ट प्रशासन ने अस्‍थायी तौर पर वकीलों को कोर्ट परिसर में प्रवेश से रोकने के लिए सभी कार्डों को अस्थायी रूप से रद करने का फैसला कर लिया है।

SCAORA ने पारित किया रिजॉलूशन 

सु्प्रीम कोर्ट के एडवोकेट ऑन रिकार्ड एसोसिएशन (SCAORA) ने सोमवार को बताया कि इसके सदस्‍य 4 अप्रैल तक कोर्ट में मौजूद नहीं होंगे। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए एसोसिएशन ने ऐसा एक रिजॉलूशन पारित किया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सुनवाईयों पर रोक लगाने और कार्यवाही को रोकने पर विचार किया गया। साथ ही तात्‍कालिक मामलों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई। 

जस्‍टिस एलएन राव (L N Rao) और सूर्य कांत (Surya Kant) वाली बेंच ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (Supreme Court Bar Association (SCBA) अध्‍यक्ष दुष्‍यंत दवे (president Dushyant Dave) की ओर से अत्‍यंत जरूरी होने पर वकीलों को परिसर में प्रवेश की इजाजत दी जा सकती है। साथ ही यह कहा कि कोर्ट परिसर में आगे के आदेश तक वकीलों का जमावड़ा नहीं होना चाहिए।

वकीलों के एसोसिएशन की मांग को देखते हुए चीफ जस्‍टिस ने सोमवार को कोर्ट की कार्रवाई को बंद करने या ग्रीष्‍मावकाश की तिथि को एडवांस में करने केे बारे में फैसला लेने की बात कही। SCBA के अध्‍यक्ष व सदस्‍यों द्वारा कोरोना वायरस को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में बंद की मांग की गई थी। 


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