अगर 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' घूमने का है प्लान, तो ये खबर जरूर पढ़ें
हर कोई एक बार स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने का मन बना रहा है। तो आज हम आपको बताते हैं कि कैसे इस खास और भव्य प्रतिमा को देखने के लिए बनाए घूमने का प्लान।
अहमदाबाद, जेएनएन। विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा का रिकॉर्ड अब 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के नाम दर्ज हो गया है। अबतक चीन की स्प्रिंग टेंपल बुद्धा (153 मीटर) पहले, जापान की यूशिकु दाईबुत्शु ( 120 मीटर) दूसरे और अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी (93 मीटर) तीसरे नंबर की सबसे ऊंची प्रतिमा थी। लेकिन गुजरात में स्थापित 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' पुराने रिकॉर्ड तोड़ते हुए अब विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा कहलाएगी।
भारत के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की यह प्रतिमा 182 मीटर ऊंची है। यह भी एक मुख्य कारण है कि 'लौह पुरुष' सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर ऊंची यह प्रतिमा न सिर्फ देश बल्कि विदेशियों का भी ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रही है। हर कोई एक बार 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देखने का मन बना रहा है। तो आज हम आपको बताते हैं कि कैसे इस खास और भव्य प्रतिमा को देखने के लिए बनाए घूमने का प्लान।
जानिए, कैसे पहुंचे केवड़िया
'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' गुजरात के नर्मदा जिले के केवड़िया में साधु आईलैंड में स्थित है। केवड़िया पहुंचने के लिए फिलहाल एयरपोर्ट और रेल लाइन के लिए वडोदरा सबसे नजदीक है। यह केवड़िया से महज 89 किमी दूर है। यहां से आप आसानी से सड़क मार्ग के जरिए केवड़िया पहुंच सकते हैं। जिनके लिए वडोदरा दूर पड़ेगा, वे भरूच से भी यहां पहुंच सकते हैं। दरअसल, भरूच भी नजदीक रेलवे स्टेशन है। अगर आपको अहमदाबाद से जाना है तो केवड़िया तक पहुंचने में आपको 200 किमी की दूरी तय करनी होगी। जानकारी के मुताबिक, यहां पहुंचने के लिए साबरमती रीवरफ्रंट से पंचमुली लेक तक 'सीप्लेन सेवा' चलाए जाने की भी योजना है।
केवड़िया से स्टैच्यू ऑफ यूनिटी तक पहुंचने का रास्ता
केवड़िया से आपको साधु आइलैंड तक जाना होगा, जहां सरदार पटेल की प्रतिमा है। सहूलियत के लिए केवड़िया से साधु आइलैंड तक 3.5 किमी तक लंबा राजमार्ग बनाया गया है। वहीं, मेन रोड से प्रतिमा तक 320 मीटर लंबा ब्रिज लिंक भी बनाया गया है, ताकि पर्यटनों/विजिटर्स को भी असुविधा न हो।
यात्रियों सहूलियत के लिए टेंट सिटी-होटल की व्यवस्था
इतना ही नहीं, गुजरात सरकार की तरफ से केवड़िया में दो टेंट सिटी का भी निर्माण किया गया है। इसमें एक में 50 और दूसरे में 200 टेंट हैं, जहां यात्रियों के ठहरने/रुकने की व्यवस्था है। इसके अलावा स्टैच्यू से तीन किमी की दूरी पर तीन स्टार होटल की भी सुविधा है, श्रेष्ठ भारत भवन कॉम्प्लेक्स के इस होटल में 52 कमरे हैं।
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के साथ ऐसे लें सेल्फी
आज के दौर पर हर कोई सेल्फी लेने का दिवाना होता है। ऐसे में सरदार पटेल की प्रतिमा के साथ भी सेल्फी लेने को कई लोग बेताब होंगे, तो उनको हम बता दें कि इसके लिए सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है। स्टैच्यू के पास 5 किमी के दायरे में सेल्फी प्लाइंट बनाया गया है। इसे वैली ऑफ फ्लावर के रूप में विकसित किया गया है।
टॉप पर पहुंचने के लिए हाई स्पीड लिफ्ट की व्यवस्था
गुजरात सरकार ने पर्यटकों के स्वागत का पूरा ध्यान रखा है। इसके लिए सरदार पटेल स्टैच्यू कॉम्प्लेक्स में शॉपिंग सेंटर और एक रिसर्च सेंटर भी बनाया गया है। इसके अलावा प्रतिमा के पैरों में हाई स्पीड लिफ्ट भी लगाई गई हैं, जिसके जरिए 400 फीट की ऊंचाई पर पहुंचकर प्रतिमा के दर्शन किए जा सकेंगे।
जानिए कैसे मिलेगा टिकट
- स्टैच्यू ऑफ यूनिटी लोगों के दर्शन के लिए हफ्ते के हर दिन यानी पूरा हफ्ता खुला रहेगा।
- ये सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहेगा। यह घूमने के लिए टिकट की व्यवस्था है, जिसे आप ऑनलाइन भी बुक करा सकते हैं।
- इसके लिए आपको https://www.soutickets.in वेबसाइट पर विजिट करना होगा।
- ऑनलाइन टिकट के लिए नेट बैंकिग या डेबिट कार्ड से भुगतान पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। हालांकि क्रेडिट कार्ड से बुकिंग में कुल राशि पर 1 फीसदी जीएसटी लगेगा।
- टिकट खरीदते वक्त आप कंफ्यूज न हो, इसके लिए आपको बता दें कि यहां आपको दो केटिगरी में टिकट मिलेगी, एक डेक व्यू और दूसरा एंट्री टिकट।
- डेक व्यू का टिकट खरीदने के लिए आपको 350 रुपये का भुगतान करना होगा। इसमें ऑब्जर्वेशन डेक में एंट्री के साथ, वैली ऑफ फ्लावर, सरदार पटेल मेमोरियल, म्यूजियम, ऑडियो-विजुअल गैलरी के साथ स्टैच्यू ऑफ यूनिटी साइट और सरदार सरोवर बांध घूम सकते हैं।
- एंट्री टिकट से आप वैली ऑफ फ्लावर, मेमोरियल, म्यूजिम और ऑडियो-विजुअल गैलरी के साथ सरदार सरोवर डैम का लुत्फ उठा सकते हैं।
- यहां 3 साल से कम उम्र के बच्चे के लिए एंट्री मुफ्त है। 3 से 15 साल के बच्चों के लिए 60 रुपये टिकट है। वहीं बड़ों के लिए इस टिकट की कीमत 120 रुपये है।
स्टैच्यू के अंदर आपको क्या और कैसे दिखेगा?
- स्टैच्यू की छाती के पास झरोखे बने हुए हैं, जहां से आप सरदार सरोवर डैम को पूरा देख पाएंगे।
- स्टैच्यू के नीचे एक म्यूजियम है, जहां पर सरदार पटेल की स्मृति से जुड़ी कई चीजें रखी जाएंगी।
- स्टैच्यू में लेजर लाइटिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे इसकी रोनक दिन-रात भर बराबर बनी रहेगी।