Coronavirus Update in India: नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पाल ने कहा- सावधानी पूर्वक मनाएं त्यौहार
देश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं लेकिन बावजूद इसके सरकार ढील देने के मूड में नहीं है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पल ने कहा कि इस वर्ष सुरक्षित उत्सव कोविड महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक निर्णायक कारक होगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। देश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं, लेकिन बावजूद इसके सरकार ढील देने के मूड में नहीं है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डा वीके पाल ने कहा ने कहा कि इस वर्ष सुरक्षित उत्सव कोविड महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक निर्णायक कारक होगा। सरकार ने कोरोना के मद्देनजर सख्ती दिखाई है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रव्यापी कोविड-19 नियंत्रण उपायों को 31 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है। केंद्रीय गृह सचिव ने चेताया कि आगामी त्योहारों के मौसम में कोविड उपयुक्त व्यवहार का कड़ाई से पालन नहीं किए जाने का अंदेशा है जिससे संक्रमण के मामलों में फिर से बढ़ोतरी हो सकती है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 मामलों की संख्या में कमी आने के बावजूद दिशा-निर्देशों को लागू करना अहम है ताकि त्योहार को सावधानी, सुरक्षित तरीके से और कोविड उपयुक्त व्यवहार के साथ मनाया जा सके।
Safe festivities this year will be a determining factor in our fight against the COVID-19 pandemic: Dr. VK Paul, Member (Health), NITI Aayog
(File photo) pic.twitter.com/v0LeXnvjWe— ANI (@ANI) September 29, 2021
जहां एक तरफ कोरोना के गिरते आंकड़ों से लोगों को राहत मिल रही है, तो वहीं अब जल्द ही बच्चों को भी वैक्सीन मिलने की उम्मीद है। भारत में फिर से स्कूलों को खुलता देख और बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए कई वैक्सीन निर्माता कंपनियां बच्चों के लिए वैक्सीन बनाने का काम करने में जुटी है।
इसी क्रम में सीरम इंस्टिट्यूट 7-11 साल तक के बच्चों के लिए अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स के टीके का परीक्षण कर रही है। कंपनी ने भारत में इस वैक्सीन का नाम कोवावैक्स रखा है। भारतीय दवा नियामक ने सीरम इंस्टीट्यूट को अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स की वैक्सीन का सात से 11 साल की उम्र तक के बच्चों पर परीक्षण करने की अनुमति दे दी है। हालांकि नोवावैक्स वैक्सीन जिसे सीरम द्वारा कोवावैक्स के नाम से भारत में लाया गया है इसे भारत में अभी इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी नहीं दी गई है।