घर लौटे मजदूरों को स्वावलंबी बनाने पर जोर देगा संघ, परिवार शाखा पर होगा ज्यादा फोकस
संघ की भोपाल में तीन दिन तक चली अनौपचारिक बैठक में कई फैसले लिए गए। सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे नागपुर के लिए रवाना होंगे।
भोपाल, जेएनएन। कोरोना महामारी के दौरान घर लौटे मजदूरों को स्वावलंबी बनाने की दिशा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काम करेगा। केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाकर ऐसे मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में संघ के स्वयंसेवक योजनाबद्ध तरीके से काम करेंगे। मजदूरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण की रणनीति भी तैयार की जाएगी।
संघ की भोपाल में तीन दिन तक चली अनौपचारिक बैठक के बाद शुक्रवार को यह फैसले लिए गए। सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे नागपुर के लिए रवाना होंगे। गौरतलब है कि डॉ. भागवत सहित संघ के शीर्ष नेता 21 जुलाई को भोपाल के शारदा विहार मंदिर स्थित प्रांगण पहुंचे थे। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक, यह बैठक पहले नागपुर में आयोजित की गई थी, लेकिन ऐनवक्त पर स्थान बदलकर भोपाल कर दिया गया था।
संघ की तीन दिन तक चली अनौपचारिक बैठक में तय किया गया कि कोरोना संक्रमण के दौरान परिवार शाखा पर ज्यादा जोर दिया जाए। इसके तहत स्वयंसेवक परिवार के लोग एक घंटे योग-प्राणायाम करें। इस दौरान परिवार और संस्कारों की बातचीत की जाए। बच्चों को प्रेरक प्रसंग सुनाएं। बिना भगवा ध्वज लगाए भारत माता की प्रार्थना करें। वरिष्ठ स्वयंसेवकों से भी कहा गया है कि जब तक कोरोना संकट चल रहा है, तब तक प्रत्यक्ष संपर्क के बजाए ऑनलाइन संपर्क किया जाए। इसी माध्यम से साप्ताहिक बौद्धिक और कुटुंब प्रबोधन सहित अन्य कार्यक्रमों का संचालन किया जाए।
कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिए
अनौपचारिक बैठक खत्म होने के बाद संघ के शीर्ष नेताओं ने शुक्रवार को दोपहर के बाद के सारे कार्यक्रम रद कर दिए थे। इसके बाद शारदा विहार मंदिर स्थित 'गोकुलम' विश्राम गृह में मेडिकल टीम पहुंची और वहां मौजूद सभी लोगों के कोविड-19 टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए। सूत्रों का कहना है कि राज्य पुलिस द्वारा जो इनोवा कार उपलब्ध कराई गई थी, उसके वाहन चालक का स्वास्थ्य बिगड़ जाने के कारण सभी लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। यही वजह है कि शुक्रवार को कुछ बड़े नेताओं को सरसंघचालक से मुलाकात के लिए बुलाया गया था, लेकिन मुलाकात के उन कार्यक्रमों को भी रद कर दिया गया।