आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत बोले, चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रिय लोगों का बनाएं समूह
मोहन भागवत ने कहा कि अपने कार्यो का विस्तार ग्रामीण स्तर तक करें ताकि आने वाले समय में हम सामाजिक चुनौतियों एवं कुरीतियों का सामना करने में सक्षम और स्वावलंबी बन सकें।
भोपाल, राज्य ब्यूरो। सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए सक्रिय लोगों का ऐसा जागरूक समूह बनाएं, जो हर चुनौतियों से निपट सकें, समाज की हर कुरीति को दूर कर सकें। ऐसे समूह हर प्रदेश से विकासखंड और हर नगर स्तर तक गठित किए जाएं। इसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक हों, संघ से जुड़े विविध संगठनों के कार्यकर्ता हों और समाज परिवर्तन में अहम भागीदारी निभाने वाले सक्रिय लोग हों। तभी हम समाज परिवर्तन के सपने को साकार कर सकते हैं। यह बात राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने गुरुवार को भोपाल में भाजपा और अन्य आनुषांगिक संगठनों के नेताओं को संबोधित करते हुए कही।
यहां समन्वय बैठक के समापन सत्र में भागवत ने कहा कि संघ को यह अहंकार नहीं है कि सिर्फ वही समाज परिवर्तन का काम कर सकता है, इसलिए समाज की बेहतरी का काम करने वाले सभी लोगों को इसमें जोड़ा जाए।
सक्षम एवं स्वावलंबी कार्यकर्ताओं को जोड़ें: भागवत
मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ भाजपा व संघ और अन्य संगठन के नेताओं से भागवत ने कहा कि वैचारिक एवं सामाजिक नेतृत्व तैयार करने के लिए सभी अपने संगठनों में अनुशासित, धैर्यवान, सक्षम एवं स्वावलंबी कार्यकर्ताओं को जोड़ें। अपने कार्यो का विस्तार ग्रामीण स्तर तक करें, ताकि आने वाले समय में हम सामाजिक चुनौतियों एवं कुरीतियों का सामना करने में सक्षम और स्वावलंबी बन सकें।
सभी संगठनों के कार्यकर्ता एक-दूसरे के पूरक बनकर स्वयंसेवक भाव से अपने कार्यो का विस्तार करें एवं संगठन को मजबूत बनाएं। उन्होंने कहा कि हमारे कार्य के प्रति समाज में विश्वास एवं स्वीकार्यता बढ़ी है। उल्लेखनीय है कि इस दो दिवसीय समन्वय बैठक में विविध संगठनों के मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हुए।