गरबा पर बजरंग दल की चेतावनी पर बंटे संघ के आनुषंगिक संगठन
संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि सभी लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए पूरी आजादी है।
नई दिल्ली, एएनआइ। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के आनुषंगिक संगठन गरबा और डांडिया जैसे आयोजनों में गैर-हिंदुओं के प्रवेश को रोकने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य बनाने के बजरंग दल के आह्वान पर बंटे दिखाई दे रहे हैं। हैदराबाद में रविवार को बजरंग दल ने डांडिया आयोजकों को पत्र लिखकर चेतावनी दी थी कि अगर उन्होंने अपने कार्यक्रमों में गैर हिंदुओं को प्रवेश दिया तो वह उनके कार्यक्रमों को बाधित करेंगे।
इस मुद्दे पर संघ से जुड़े मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि सभी लोगों को अपनी धार्मिक मान्यताओं के लिए पूरी आजादी है, लेकिन इस देश और सभी को यह समझना चाहिए पाकिस्तान और बांग्लादेश के 44 करोड़ मुसलमानों की जड़ें भारत में हैं। इन मुसलमानों की जड़ें अरब और तुर्की में नहीं हैं बल्कि भारत में हैं। इन लोगों को अपनी जड़ों से जुड़ने का मौका मिलना चाहिए। वहीं एक अन्य संघ नेता ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, 'देवताओं की मूर्तियां बनाने वालों से पूछें कि क्या वे किसी धर्म विशेष से ताल्लुक रखते हैं। इन मूर्तियों को प्रत्येक धर्म के लोगों द्वारा बनाया जाता है। चाहे गणेश चतुर्थी हो या दुर्गा पूजा कलाकार अपनी आत्मा से इनमें रंग भरते हैं।'
हालांकि विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन बजरंग दल द्वारा उठाए गए कदम का पूरा समर्थन करते हैं। उनका कहना है कि जिन लोगों को मां दुर्गा पर भरोसा नहीं है, वे डांडिया या गरबा में क्या करेंगे। ऐसे लोग धार्मिक आयोजनों में गलत इरादे से जाते हैं। हम लव जिहाद के खतरे को नहीं भूल सकते। मुस्लिमों को अपने त्योहारों पर ध्यान देना चाहिए। उन्हें अन्य धर्मो की महिलाओं पर बुरी नजर नहीं डालनी चाहिए।
वहीं बजरंग दल ने गुजरात के गरबा आयोजकों से कहा कि वह समारोह में किसी गैर हिंदू को नहीं आने दें। संगठन का दावा है कि नौ दिनों का नवरात्र पर्व हिंदू महिलाओं को फंसाने का मंच बन गया है। दक्षिणपंथी संगठन ने गरबा स्थलों के बाहर लगातार गश्त करने के लिए टीमों का गठन भी किया है और लोगों को 'लव जिहाद' के बारे में चेतावनी देते हुए पोस्टर लगाए हैं। यह पोस्टर विशेष रूप से मुस्लिम बहुल इलाकों में लगाए गए हैं।