सीएए विरोधी प्रदर्शनों से असम में पर्यटन को हुआ बड़ा नुकसान, जानें कितने का कारोबार हुआ प्रभावित
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों से असम में पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
गुवाहाटी, प्रेट्र। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शनों से असम में पर्यटन क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ है। दिसंबर और जनवरी में राज्य के पर्यटन क्षेत्र को करीब 1,000 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
दिसंबर और जनवरी में पर्यटन क्षेत्र को 500-500 करोड़ रुपये का नुकसान का अनुमान
असम पर्यटन विकास निगम (एटीडीसी) के चेयरमैन जयंत मल्ल बरुआ ने बताया कि असम में पर्यटन के दिसंबर से मार्च तक चार प्रमुख महीने होते हैं। इन महीनों का पूरे साल के पर्यटन में 48 फीसद अंशदान होता है। हिंसक विरोध प्रदर्शनों की वजह से दिसंबर और जनवरी में इस क्षेत्र को 500-500 करोड़ रुपये का नुकसान होने का अनुमान है।
11 दिसंबर से 15 दिनों में सिर्फ होटल उद्योग को ही करीब 60 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। पर्यटन क्षेत्र से राज्य को हर साल 2,000 से 2,500 करोड़ रुपये की आय होती है। पर्यटक मौसम के प्रमुख महीनों पर असर पड़ने से 2019-20 में पर्यटकों की संख्या में 30 फीसद की कमी आने की संभावना है। फरवरी महीने में इस स्थिति से उबरने की हल्की उम्मीद है।
दिसंबर और जनवरी में विदेशी पर्यटकों की 80 फीसद बुकिंग हुई निरस्त
बरुआ ने बताया कि अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, आस्ट्रेलिया, सिंगापुर, संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब जैसे विकसित देशों ने प्रतिकूल यात्रा परामर्श जारी किए हैं और ऐसे हालात से पूरी तरह उबरने में सामान्यत: तीन से चार साल का समय लगता है। उन्होंने कहा, 'शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शनों का ज्यादा असर नहीं होता, लेकिन हिंसा का बहुत गहरा असर होता है। इस साल हमें असम में 65 लाख घरेलू और 50 हजार विदेशी पर्यटकों के आगमन की उम्मीद थी, लेकिन दिसंबर और जनवरी में 80 फीसद बुकिंग निरस्त हो चुकी हैं।' उन्होंने बताया कि 2018-19 के दौरान राज्य में 60,27,002 घरेलू और 41,209 विदेशी पर्यटक आए थे। राज्य के करीब 50 हजार लोग सीधे तौर पर और करीब एक लाख लोग अप्रत्यक्ष तौर पर पर्यटन क्षेत्र पर निर्भर हैं।
नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे को 100 करोड़ का नुकसान
सीएए के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों से नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) को भी 30 दिसंबर तक करीब 100 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुभानन चंद्र ने बताया कि नौ से 30 दिसंबर तक यात्री किराये से आय का 30.13 करोड़, मालेभाड़े से आय का 63.42 करोड़, पार्सल से आय का 5.05 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। इसके अलावा रेलवे संपत्तियों के क्षतिग्रस्त होने से करीब 10 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।