Move to Jagran APP

विशाखापट्टनम पुलिस में शामिल हुआ भारत का पहला रोबोट CYBIRA, खुद दर्ज करेगा शिकायत

विशाखापट्टनम पुलिस ने पहला साइबर स्पेस इंटरएक्टिव रोबोटिक एजेंट रोबोट सोनवार को लॉन्च किया है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Wed, 20 Nov 2019 11:15 AM (IST)Updated: Wed, 20 Nov 2019 11:15 AM (IST)
विशाखापट्टनम पुलिस में शामिल हुआ भारत का पहला रोबोट CYBIRA, खुद दर्ज करेगा शिकायत

विशाखापट्टनम (आंध्र प्रदेश) एएनआइ। आमनागरिकों की शिकायतों को दूर करने के लिए विशाखापट्टनम पुलिस ने  पहला साइबर स्पेस इंटरएक्टिव रोबोटिक एजेंट रोबोट लॉन्च किया है। महारानीपेटा पुलिस स्टेशन में तैनात CYBIRA खुद से शिकायतें दर्ज कर सकता है। इस सुविधा को पुलिस आयुक्त आर के मीणा ने सोमवार को लॉन्च किया था। एक स्टार्ट-अप कंपनी रोबो कपलर प्राइवेट लिमिटेड ने प्रभावी तरीके से पुलिस स्टेशन में शिकायतों को दर्ज करने और निपटान के लिए रोबोट 'CYBIRA' (साइबर स्पेस इंटरएक्टिव रोबोटिक एजेंट) डिजाइन किया है।

loksabha election banner

इसे लॉन्च करते वक्त पुलिस स्टेशन में सीपी, मीणा के साथ पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) (जोन I) एस रंगा रेड्डी, स्टार्ट-अप कंपनी के सीईओ प्रवीण मल्ल और बाकी लोग मौजूद थे। प्रवीण मल्ला ने बताया कि शिकायत दर्ज होने के बाद, CYBIRA संबंधित शिकायतकर्ता और जांच अधिकारी को 24 घंटे के अंदर इस मुद्दे को हल करने के लिए कहेगा। प्रत्येक शिकायत को हल करने के लिए अधिकतम तीन दिनों की समय सीमा होगी। CYBIRA जो फिलहाल, महारानीपेटा पुलिस स्टेशन में तैनात है, वॉयस रिकॉर्डिंग या इसके साथ संलग्न लैपटॉप पर विवरण में कुंजीयन के माध्यम से शिकायत प्राप्त कर सकता है।

ई पुलिस के लिए बनाया गया रोबो

रोबो कपलर प्राइवेट लिमिटेड टीम के एक सदस्य दिनेश कुमार इरावत ने मीडिया को बताया कि यह आंध्र प्रदेश में लॉन्च किया गया पहला रोबोट है, जो मूल रूप से ई-पुलिस के लिए बनाया गया है। इस रोबोट की मुख्य अवधारणा काम को और अधिक कुशल करना है। पुलिस थानों में काम करने वाले पुलिस कर्मी बहुत दबाव में रहते हैं इसलिए यह रोबोट उन्हें जनता की मदद करने में समर्थन देगा और समय की जटिलता भी कम हो जाएगी। यह रोबोट पूरे ई-गवर्नेंस सिस्टम की निगरानी कर सकता है जो कि बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि ये डिजिटल अर्थव्यवस्था के युग में आवश्यक है।

हल नहीं हुई शिकायत को सीएम कार्यालय को होगी ट्रांसफर

यदि शिकायत हल नहीं होती है, तो शिकायतकर्ता को एक अलार्मिंग प्रणाली के माध्यम से उसी के बारे में सूचित किया जाता है। शिकायत को फिर उच्च प्राधिकारी और अन्य उच्च अधिकारियों को भेजा जाएगा। यदि ये प्राधिकरण समस्या को हल करने में विफल रहते हैं। शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) को भेजी जाएगी।ई-शासन प्रणाली के साथ अब तक कुल 138 आवेदन स्थापित किए गए हैं। यदि शिकायत हल नहीं होती है, तो यह स्वचालित रूप से प्रत्येक 24 घंटों में उच्च अधिकारियों को एक संदेश भेजेगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.