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बोरवेल से बच्ची को निकालने की तीसरे दिन भी कोशिश

यहां के नगाथाना गांव में एक बोरवेल में गिरी चार साल की बच्ची को निकालने के लिए लगातार तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी कोशिश जारी रही। बचावकर्मी, बच्ची तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक सुरंग बनाई जा रही है, जिससे अक्षता को बाहर निकाला जा सके, लेकिन कई जगहों पर चट्टान होने की वजह से खुदाइ

By Edited By: Published: Thu, 19 Jun 2014 08:20 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jun 2014 08:20 PM (IST)
बोरवेल से बच्ची को निकालने की तीसरे दिन भी कोशिश

बीजापुर/कर्नाटक। यहां के नगाथाना गांव में एक बोरवेल में गिरी चार साल की बच्ची को निकालने के लिए लगातार तीसरे दिन बृहस्पतिवार को भी कोशिश जारी रही। बचावकर्मी, बच्ची तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं।

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अधिकारियों के मुताबिक सुरंग बनाई जा रही है, जिससे अक्षता को बाहर निकाला जा सके, लेकिन कई जगहों पर चट्टान होने की वजह से खुदाई में दिक्कत आ रही है। ऐसा माना जा रहा है कि 300 फीट के बोरवेल में बच्ची करीब 30 फीट की गहराई में फंसी हुई है। राष्ट्रीय आपदा बल, दमकल और पुलिस के जवान बच्ची को बचाने के अभियान में जुटे हैं।

तमिलनाडु से रोबोट विशेषज्ञ मणिकानंद को एक दिन पहले हेलिकॉप्टर से यहां लाया गया, लेकिन उन्हें रोबोट की सहायता से भी बच्ची को निकालने में कोई सफलता नहीं मिली। मंगलवार की शाम अक्षता एक खुले बोरवेल में उस समय गिर गई थी, जब वह एक खेत में अपने मजदूर पिता के साथ जा रही थी। खेतों में काम करने वाले अक्षता के पिता हनुमंत पाटिल और सावित्री पूरे अभियान को नि:सहाय से ताक रहे हैं, वहीं गांव के लोग बच्ची को सुरक्षित निकालने की प्रार्थना कर रहे हैं। डॉक्टरों की एक टीम भी घटनास्थल पर मौजूद है, जो बोरवेल में लगातार ऑक्सीजन दे रहे हैं।

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